बतौर कप्तान अपना पहला टेस्ट हारने वाले केएल राहुल का गुड लक थमा
जोहानसबर्ग: कविता "कृष्ण की चेतावनी" की एक पंक्ति है कि "सौभाग्य ना सब दिन सोता है देखे आगे क्या होता है"। यह पंक्तियां बताती है कि दुर्भाग्य ज्यादा देर तक नहीं रहता लेकिन यही बात सौभाग्य के लिए भी लागू होती है। वह भी किसी ने किसी दिन आपको धोखा दे सकता है।
जैसे कल लोकेश राहुल को दिया। केएल राहुल के लिए लगातार चीजें अच्छी हो रही थी। 31 दिसंबर को नए साल के जश्न से पहले उन्हें वनडे की कप्तानी मिल गई। इसके बाद साल 2022 के पहले टेस्ट में उन्हें कप्तानी मिल गई क्योंकि विराट कोहली चोटिल थे।
उनका गुड लक यहीं नहीं थमा उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। इसके बाद एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने अर्धशतक भी जड़ दिया लेकिन टेस्ट के अंतिम दिन उन्हें सौभाग्य नहीं मिला और टीम इंडिया को हार का मुंह देखना पड़ा।
भारत के कप्तान लोकेश राहुल ने दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से सात विकेट से पराजय झेलने के बाद गुरूवार को कहा कि हर टेस्ट मैच जो हम खेलते हैं, उसमें हमारी सोच सिर्फ़ जीतने की होती है। हम उसी तरह की टीम हैं, जहां हम हर मैच को जीतने का प्रयास करते हैं। अगर आप हमारी टीम तो देखे तो हालिया समय में हमारा प्रदर्शन काफ़ी शानदार रहा है। हालांकि इस तरीके से इस मैच को हारना काफ़ी निराशजनक भी रहा है।
राहुल ने चौथे दिन मैच के बाद कहा,'हम वास्तव में अपने विरोधियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा करते हैं। हां यह पराजय थोड़ा निराश करने वाली थी लेकिन श्रेय दक्षिण अफ्रीका के खेलने के तरीके को जाता है। उनकी टीम ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी की। चौथे दिन 122 रन बनाना इतना आसान नहीं था। पिच पर दोहरा उछाल था लेकिन जैसा कि मैंने कहा, दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज वास्तव में काफ़ी बढ़िया बल्लेबाज़ी कर रहे थे। शार्दुल के लिए यह टेस्ट मैच शानदार रहा है।'
एल्गर ने अपने गेंदबाजों को दिया जीत का श्रेयभारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपनी नाबाद 96 रन की पारी से प्लेयर ऑफ़ द मैच बने कप्तान डीन एल्गर ने इस जीत का श्रेय अपने गेंदबाजों को दिया है।
एल्गर ने मैच जीतने के बाद कहा, 'बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी की मूल बात यह है आप इसके बेसिक नियमों का ना भूलें और यह ग़लती हमने पहले टेस्ट में की थी। एक बल्लेबाज़ी इकाई के रूप में हमें कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। एक गेंदबाज़ी इकाई के रूप में, भारतीय गेंदबाज़ी कई बार हम पर हावी थे। हमारी गेंदबाज़ी इकाई ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने बहुत चरित्र दिखाया। अपने देश का प्रतिनिधित्व करना हमेशा सौभाग्य की बात होती है। हमने एक स्थिर बल्लेबाज़ी क्रम के लिए संघर्ष किया है और हमें बहुत धैर्य रखना पड़ा।'
कप्तान ने कहा,'हमने उन लोगों को उन पदों पर खेलने का मौक़ा दिया है जो हमें लगता है कि उन भूमिकाओं को निभा सकते हैं और उन्हें इसे पूरा करने के लिए बहुत अच्छा खेलना पड़ेगा। इस मैच में उन्होंने वैसा ही प्रदर्शन किया है,जैसा हमें उनसे उम्मीद थी।'