मैन ऑफ द टूर्नामेंट दीप्ति के भाई ने दी थी अपने क्रिकेट करियर की बली,बहन ने यह कहा
महिला एकदिवसीय विश्वकप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम करने वाली दीप्ति ने पूरे टूर्नामेंट में न सिर्फ 215 रन बनाये बल्कि 22 विकेट झटक कर अपनी टीम को विश्व विजेता बनाने में अहम योगदान दिया। उन्होने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मैच में 58 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली और बाद में 39 रन पर पांच विकेट झटक कर मेहमान टीम को सस्ते में समेट कर उसके बल्लेबाजी क्रम को तहस नहस कर दिया।
अगर शेफाली वर्मा विकेट नहीं निकालती तो शायद वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के साथ साथ प्लेयर ऑफ द मैच भी होती बहरहाल इस सफलता के पीछे उनके भाई सुमित शर्मा का योगदान बहुत बड़ा है जिन्होंने खुद 12 साल पहले अपने क्रिकेट करियर की बलि दे दी ताकि दीप्ति आगे बढ़ पाए। एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में उन्होंने दीप्ति की ट्रेनिंग करवाई और उसे ज्यादा दूर ना चलना पड़े तो नौकरी भी छोड़ दी।
अवधपुरी कॉलोनी में दीप्ति शर्मा का घर है। एक चैनल पर बात करते हुए सुमित शर्मा ने कहा कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान वह दीप्ति से बात कर रहे थे। खासकर तब जब इंग्लैंड के खिलाफ हार मिली। इंग्लैंड के खिलाफ भी दीप्ति ने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था, उन्होंने दीप्ति को ढांढस बंधाया कि जीत के करीब आकर टीम हार रही है इसका मतलब यह नहीं कि वह और टीम बेकार है। इससे सबक ले और नॉकआउट तक पहुंचने की कोशिश करें और फिर इसे सुधारें।
दीप्ति के परिजन और आगरा के लोग उनके आगमन का इंतजार कर रहे हैं। आगरा के लोगों के लिए गर्व की बात है कि दीप्ति शर्मा ने दुनिया तिरंगा लहराया दिया है ऐसे में दीप्ति शर्मा के भव्य स्वागत की तैयारी में लोग जुट गए हैं।
दीप्ति ने कहा, यह सपने जैसा महसूस हो रहा है। अच्छा लग रहा है कि मैं इस तरह विश्व कप फाइनल में योगदान दे सकी। मैं हमेशा जिम्मेदारियों का आनंद लेती हूं, चाहे किसी भी विगाग में हूं। मैं परिस्थितियों के अनुरूप खेलना चाहती थी। बतौर आलराउंडर प्रदर्शन करना शानदार रहा। मैं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट की ट्रॉफी को अपने माता पिता को समर्पित करना चाहती हूं।