INDvsAUS : शुभमन गिल का आकर्षक अर्द्धशतक, लंच तक भारत 83/1  
					
					
                                       
                  
				  				
								 
				  
                  				  ब्रिसबेन। युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के आकर्षक अर्धशतक की मदद से भारत ने 328 रन का लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें और आखिरी दिन मंगलवार को यहां लंच तक एक विकेट पर 83 रन बनाए।
				  																	
									  
	 
	गिल ने एक छोर संभाले रखने के साथ रन भी बनाये। वह अभी 64 रन पर खेल रहे हैं। उनके साथ चेतेश्वर पुजारा आठ रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। इन दोनों ने रोहित शर्मा (7) के सुबह जल्दी आउट होने के बाद 29.4 ओवर में 65 रन की साझेदारी की है।
				  
	 
	रोहित को पैट कमिन्स (10-6-7-1) ने खूबसूरत गेंद पर चलता किया। गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप में गयी जिसे विकेटकीपर टिम पेन ने डाइव लगाकर अपने दस्तानों के हवाले किया।
				  						
						
																							
									  
	 
	गिल ने इसके बाद रन बनाने का जबकि पुजारा ने हमेशा की तरह विकेट बचाने का जिम्मा संभाला। गिल ने अब तक 117 गेंदें जबकि पुजारा ने 90 गेंदें खेली हैं।
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	 
	भारत को जीत के लिये अब 62 ओवर में 245 रन बनाने हैं लेकिन अभी लगता नहीं कि वे लक्ष्य तक पहुंचने की कोशिश करेंगे क्योंकि उसके लिए बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास रखने के लिए ड्रा ही पर्याप्त है।
				  																	
									  
	 
	वैसे गाबा की पांचवें दिन की पिच भी कुछ सपाट लग रही है क्योंकि गिल ने सहजता से कट और ड्राइव किए। जब भी उन्हें कोई ढीली शार्ट पिच गेंद मिली तो उन्होंने उसे पुल करने में हिचकिचाहट नहीं दिखायी। पिच से कोई खास मूवमेंट नहीं मिलने के कारण गिल ने गेंद की लाइन में आकर शॉट लगाने में सहज नजर आए। उन्होंने अपना दूसरा अर्धशतक पूरा करने के बाद मिशेल स्टार्क के बाउंसर को बैकवर्ड प्वाइंट पर छह रन के लिए भी भेजा।
				  																	
									  
	 
	अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे नॉथन लियोन ने ऑफ साइड में करीबी क्षेत्ररक्षक नहीं रखने की रणनीति अपनायी जिसकी शेन वार्न ने भी आलोचना की। इसके अलावा आस्ट्रेलिया ने सत्र में अधिकतर समय आक्रामक क्षेत्ररक्षण लगाये रखा था। दूसरी तरफ पुजारा को कमिन्स की कई शार्ट पिच गेंदों का सामना करना पड़ा जिनमें से कुछ उनके शरीर पर भी लगी। (भाषा)