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Last Updated : बुधवार, 23 अक्टूबर 2024 (15:38 IST)

लोगों को मिलेगी महंगाई से राहत, सरकार बेचेगी भारत ब्रांड के तहत सस्ती दाल

disadvantages of eating pulses
नई दिल्ली। केंद्र ने बुधवार को सब्सिडी वाली दालों के अपने कार्यक्रम का विस्तार करने की घोषणा की। अब सरकार बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए 'भारत' ब्रांड के तहत साबुत चना दाल और मसूर की भी बिक्री करेगी। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी (Prahlad Joshi) ने कहा कि सहकारी नेटवर्क भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ), भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड NAFED)और केन्द्रीय भंडार के जरिए साबुत चना दाल को 58 रुपए प्रति किलोग्राम और मसूर दाल को 89 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाएगा।ALSO READ: रोजाना उड़द की दाल खाने से शरीर को मिलते हैं ये 10 फायदे, शरीर की कई समस्याएं होंगी दूर
 
जोशी ने इस पहल के दूसरे चरण को भी पेश करते कहा कि हम मूल्य स्थिरीकरण कोष के अंतर्गत रखे गए अपने भंडार को सब्सिडी वाली कीमत पर बेच रहे हैं। सरकार ने सहकारी समितियों को 3 लाख टन चना और 68,000 टन मूंग आवंटित किया है। इस अवसर पर खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री बी.एल. वर्मा और निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया भी उपस्थित रहे।ALSO READ: चक्रवात दाना के मद्देनजर ओडिशा में 288 बचाव दल तैनात, प्रशासन हाई अलर्ट पर
 
एनसीसीएफ की प्रबंध निदेशक अनीस जोसेफ चंद्रा ने कहा कि वितरण दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से शुरू होगा। 10 दिन के भीतर इसके देशव्यापी विस्तार की योजना है। प्रथम चरण के अंतर्गत वर्तमान दरें गेहूं के आटे के लिए 30 रुपए प्रति किलोग्राम (27.50 रुपए से ऊपर), चावल के लिए 34 रुपए प्रति किलोग्राम (29 रुपए से अधिक), चना दाल के लिए 70 रुपए प्रति किलोग्राम (60 रुपए से ऊपर) हैं। वहीं मूंग दाल तथा मूंग साबुत की कीमत क्रमश: 107 रुपए प्रति किलोग्राम और 93 रुपए प्रति किलोग्राम है।
 
सरकार प्याज के लिए 35 रुपए प्रति किलोग्राम और टमाटर के लिए 65 रुपए प्रति किलोग्राम की दर बनाए रखने की भी कोशिश कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने इस वर्ष दालों के बेहतर उत्पादन की उम्मीद जताई है, क्योंकि सरकार ने दालों के समर्थन मूल्य में काफी वृद्धि की है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta