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Last Updated :नई दिल्ली , मंगलवार, 8 अप्रैल 2025 (21:31 IST)

Gold Rate : 200 रुपए सस्ता हुआ सोना, महंगी हुई चांदी

Gold rates
स्थानीय बाजारों में कमजोर मांग के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 200 रुपए गिरकर 91,250 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। सोमवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 91,450 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 200 रुपए गिरकर 90,800 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया। पिछले कारोबार में यह 91,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
 
हालांकि पिछले 5 सत्रों की गिरावट के बाद चांदी की कीमतों में उछाल आया और यह 200 रुपए बढ़कर 92,700 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई, जबकि इसका पिछला बंद भाव 92,500 रुपए प्रति किलोग्राम था। इस बीच, विदेशी बाजारों में हाजिर सोना 0.82 प्रतिशत बढ़कर 3,007.60 डॉलर प्रति औंस हो गया।
 
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (जिंस और मुद्रा), जतिन त्रिवेदी ने कहा कि रुपए की कमजोरी ने तेजी को और बढ़ाया, जिससे सोने में तेजी के साथ सकारात्मक कारोबार हुआ। डॉलर इंडेक्स के 102 अंक के आसपास रहने से वैश्विक धारणा सतर्क रही, जिससे सर्राफा कीमतों पर कोई खास असर नहीं पड़ा।’’
 
त्रिवेदी ने कहा कि हालांकि, शुल्क तनाव, मुख्य कारक बना रहा, क्योंकि अमेरिकी व्यापार उपायों के खिलाफ चीन के आक्रामक रुख ने सुरक्षित-पनाहगाह के रूप में इसकी मांग को फिर से जगा दिया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी के अनुसार, बाजार प्रतिभागी इस सप्ताह के व्यापक आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नवीनतम नीतिगत बैठक के नतीजे भी शामिल हैं।
गांधी ने कहा कि इसके अलावा, बृहस्पतिवार को अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और शुक्रवार को उत्पादक मूल्य सूचकांक भी फेडरल रिजर्व नीति के भविष्य के मार्ग के बारे में संकेत देंगे। एशियाई कारोबारी घंटों में हाजिर चांदी 0.69 प्रतिशत बढ़कर 30.29 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।

रुपए में लगातार गिरावट
लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 50 पैसे के नुकसान के साथ 86.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। वैश्विक व्यापार युद्ध के कारण आर्थिक मंदी की आशंका के बीच करीब तीन महीने में यह रुपये में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में कुछ सुधार और विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
 
उन्होंने कहा कि इसके अलावा अमेरिकी प्रशासन द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर चीन के 34 प्रतिशत आयात शुल्क के जवाब में 50 प्रतिशत का दंडात्मक शुल्क लगाने की नई धमकी के बाद वैश्विक बाजार अत्यधिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं।
 
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.89 पर खुला और डॉलर के मुकाबले 85.82 के उच्चस्तर और 86.29 के निचले स्तर के बीच झूलता रहा। अंत में रुपया 86.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से 50 पैसे की गिरावट है। इससे पहले इस साल 13 जनवरी को एक सत्र में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी, जब रुपया 66 पैसे टूटा था।
 
सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 32 पैसे की गिरावट के साथ 85.76 पर बंद हुआ, जबकि शुक्रवार को पिछले सत्र में इसमें 14 पैसे की गिरावट आई थी।
 
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट देखी गई, जिसका मुख्य कारण आयातकों की मजबूत डॉलर मांग और भारतीय शेयर बाजारों से विदेशी कोषों की सतत निकासी है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘परिणामस्वरूप, रुपया इस महीने अपने एशियाई समकक्षों के बीच सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा के रूप में उभरा है। रुपये के लिए बाजार की धारणा नकारात्मक बनी हुई है, खासकर अमेरिका द्वारा जवाबी शुल्क लगाए जाने के बाद, जिसके कारण 21 मार्च के बाद से भारतीय मुद्रा अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई है।’’
 
घरेलू वृहद आर्थिक मोर्चे पर, निवेशक भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत दर निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
 
गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​की अध्यक्षता वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने सोमवार को प्रमुख ब्याज दरों पर अपने तीन दिवसीय विचार-विमर्श की शुरुआत की। निर्णय की घोषणा बुधवार को की जाएगी।
 
इस बीच, दुनिया की छह अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती का आकलन करने वाला डॉलर इंडेक्स 0.06 प्रतिशत बढ़कर 103.03 पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड में कुछ सुधार दिखा, क्योंकि यह वायदा कारोबार में 0.19 प्रतिशत बढ़कर 64.33 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
 
घरेलू शेयर बाजार रिकॉर्ड निचले स्तर से उबर गए और 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,089.18 अंक बढ़कर 74,227.08 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 374.25 अंक बढ़कर 22,535.90 अंक पर बंद हुआ। सोमवार को दोनों बेंचमार्क सूचकांक करीब पांच प्रतिशत तक टूटने के बाद अंत में तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए थे। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 4,994.24 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। भाषा Edited by: Sudhir Sharma