अमेरिका से यूरोप पहुंचा बैंकिंग संकट, क्रेडिट सुइस बैंक ने बढ़ाई निवेशकों की धड़कन
वॉशिंगटन। सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक जैसे दिग्गज अमेरिकी बैंकों के दिवालिया होने के बाद कई अमेरिकी बैंकों पर संकट के बादल दिखाई दे रहे हैं। यूरोप का क्रेडिट सुइस बैंक भी बर्बादी की कगार पर खड़ा नजर आ रहा है। अमेरिका के बाद यूरोपीय बैंक पर संकट की खबरों से बैंकिंग सेक्टर के निवेशकों में हड़कंप मच गया। 1 दिन में बैंक के शेयरों में 24.24 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
यूरोप के सबसे बड़े बैंकों में से एक क्रेडिट सुइस में 9.9 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़े शेयरहोल्डर 'सऊदी नेशनल बैंक' (SNB) ने इसमें और निवेश से इनकार कर दिया है। इस मुश्किल समय में स्विस नेशनल बैंक ने क्रेडिट सुइस को 50 अरब डॉलर का शॉर्ट टर्म लोन दिया है। कुछ मीडिया खबरों में दावा किया गया है कि क्रेडिट सुइस बैंक के पास पर्याप्त मात्रा में जमा राशि है और इसके डूबने की संभावना नहीं है।
क्रेडिट सुइस बैंक का शेयर बुधवार को 24.24 फीसदी की गिरावट के साथ 1.70 CHF (स्विट्जरलैंड करेंसी) का रह गया। पिछले 5 दिनों में इसका शेयर में 35 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है तो 1 माह में इसमें 40 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। बैंकिंग सेक्टर से आई इस नकारात्म खबर से दुनियाभर के शेयर बाजार प्रभावित हुए। नकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच हांगकांग और जापान समेत एशिया के बाजारों में गिरावट आई। बुधवार को यूरोप के बाजारों को भी घाटा उठाना पड़ा।
गौरतलब है कि इस साल अमेरिका के दो बैंक डूब चुके हैं जिनकी कुल एसेट 319 अरब डॉलर है। इससे पहले 2008 में अमेरिका में 25 बैंक डूबे थे जिनकी कुल एसेट 374 अरब डॉलर थी।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट : वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख, वैश्विक बैंकिंग प्रणाली की सेहत को लेकर उपजी चिंताओं और यूरोप तथा अमेरिका में दरों में वृद्धि को लेकर अनिश्चितता के बीच गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई।
इस दौरान, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 205.24 अंक यानी 0.36 प्रतिशत टूटकर 57,350.66 अंक पर आ गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 78.45 अंक या 0.46 प्रतिशत के नुकसान के साथ 16,893.70 अंक पर कारोबार कर रहा था।