Lata Mangeshkar death : ऐ मेरे वतन के लोगों... जिस दिन जन्मे थे कवि प्रदीप, लता ने उसी दिन ली अंतिम सांस
अजीब संयोग है कि आज यानी 6 फरवरी को 'भारत रत्न', स्वर कोकिला, महान गायिका लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहीं, वहीं दूसरी ओर 'ऐ मेरे वतन के लोगों...' गीत लिखने वाले राष्ट्र कवि प्रदीप का आज ही जन्मदिन भी है।
खबरों के अनुसार, भारत-चीन युद्ध के दौरान गीतकार प्रदीप ने यह गीत लिखा था। शब्दों को नया जीवन देने वाले रचनाकार के रूप में प्रदीप और सुरों को सजाकर सिनेमा को हजारों सदाबहार गाने देने वाली लता मंगेशकर हमेशा हम सबको याद आएंगी।
गौरतलब है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में 26 जनवरी 1963 को दिल्ली के रामलीला मैदान में सीधा प्रसारण किया गया था और यह गीत सुनकर प्रधानमंत्री नेहरू की आंखें नम हो गई थीं।
हालांकि इस गीत को गाने के लिए लता मंगेशकर ने पहले तो इनकार कर दिया, लेकिन जब गीत के लेखक कवि प्रदीप ने उनसे निवेदन किया तो लता अपनी बहन आशा भोसले के साथ गाने को राजी हो गईं, परंतु बाद में लता ने अकेले ही गाया।