हिरासत में लिए गए सचिन पायलट, जा रहे थे लखीमपुर खीरी
लखीमपुर खीरी जा रहे कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट को पुलिस प्रशासन ने मूंढापांडे टोल प्लाजा से आगे नहीं बढ़ने दिया गया। खबरों के मुताबिक उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में पीड़ित परिवारों से मुलाकात के लिए जाने की सशर्त अनुमति दे दी थी।
राहुल गांधी आज दिन में लखनऊ से सीतापुर स्थित पीएसी की दूसरी बटालियन पहुंचे। पार्टी नेता और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा को इसी परिसर में हिरासत में रखा गया था।
राहुल ने धरने के दौरान संवाददाताओं से कहा कि हमें अपनी गाड़ी में जाना है तो यह चाहते हैं कि हम इनके साथ उनकी गाड़ी में जाएं। मैं जानना चाहता हूं आप मुझे क्यों नहीं जाने दे रहे। पहले मुझे बोला गया कि आप अपनी गाड़ी में जा सकते हैं अब बोल रहे हैं कि नहीं, आप पुलिस की गाड़ी में जाएंगे। यह कुछ ना कुछ बदमाशी कर रहे हैं।
उन्होंने एक सवाल पर कहा "चाहे मुझे जेल में डाल दिया जाए, चाहे प्रियंका को डाल दिया जाए, कोई मतलब नहीं है। सवाल यह है कि छह लोगों को अपराधियों ने कुचल कर मार दिया। जिन लोगों को जेल में होना चाहिए उन्हें जेल में नहीं डाला जा रहा है। हमें मृतक किसानों के परिवारों से मिलने से रोका जा रहा है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिकोण से लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया था, मगर अब वहां पर लोगों को पांच-पांच के समूह में जाने की अनुमति दे दी गई है। जो भी व्यक्ति जाना चाहें वहां जा सकते हैं। इससे पहले, उत्तरप्रदेश सरकार ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दी।