युवा वर्ग अपने शरीर को लेकर चिंतित
बॉडी को लेकर चिंतित हैं युवा
आज की युवा पीढ़ी अपने शरीर और वजन को लेकर इतनी अधिक परेशान है कि वह सही फिगर हासिल करने के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है।11
से 16 साल के 810 युवाओं पर किए गए एक सर्वेक्षण में पता चला है कि सर्वे के दायरे में आई आधे से अधिक लड़कियां तथा एक तिहाई लड़के ‘परफेक्ट फिगर’ तथा सही वजन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बेचैन रहते हैं। डेली मेल में यह खबर प्रकाशित हुई है।एक खास किस्म के फिगर को हासिल करने के लिए किशोर उम्र के युवक-युवतियां इतने बेचैन रहते हैं कि दस लड़कों में से एक मासंपेशियां बनाने के लिए स्टेरोयेड का इस्तेमाल करते हैं। इसी प्रकार हर आठ लड़कियों में से एक लड़की ने पतला होने के लिए आहार संबंधी गोलियां या लेक्सेटिव लेने की इच्छा जताई है। सर्वे के दायरे में आई 50 फीसदी से अधिक लड़कियों तथा एक तिहाई से अधिक लड़कों ने कहा कि वे अपने शरीर की तुलना टीवी की मशहूर हस्तियों से करते हैं और वैसा ही लुक पाने के लिए वे कॉस्मेटिक सर्जरी करवाने तक को तैयार हैं।सर्वे कराने वाली संस्था वाईएमसीए के मुख्य कार्यकारी रोसी प्रेसकोट ने कहा, ‘युवा वर्ग के लोग अपने व्यक्तित्व तथा बॉडी इमेज को लेकर असुरक्षित रहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इसके लिए वे त्वरित समाधान को अपनाने की कोशिश करते हैं जो न केवल उनके शरीर को नुकसान पहुंचाने वाला होता है बल्कि साथ ही अधिकतर उनके वांछित परिणाम भी नहीं मिलते हैं। यह बात भी रोचक है कि पहले इस प्रकार की भावना केवल लड़कियों को ही सताती थी लेकिन अब बड़ी संख्या में युवक भी इसी प्रकार के सपने देखने लगे हैं।’ (भाषा)