मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. नन्ही दुनिया
  3. कविता
  4. kids poem

चुलबुली कविता : मीनू और फोन

चुलबुली कविता : मीनू और फोन - kids poem
घंटी बजती जब भी फोन की
मीनू दौड़ी जाती
तुरत उठाती चोंगा कर में
हेलो! कर चिल्लाती ...1
'आप कौन है? कहां लगाया?
नाम बताओ अपना
अच्‍छा-अच्‍छा आप कह रहे
कहिए क्या है कहना ...2
 
अभी बुलाती हूं पापा को
दाढ़ी बना रहे हैं
कृपया इसको चालू रखना
उनको बुला रहे हैं ...3
 
मीनू बोली फिर से 'हैलो!
करो बात पापा से'
दाल भात में मूसरचंद बन
बोल रही काका से ...4 
 
'अरे! आप तो नहीं बोलते
चुप्पी क्यों साधी है
खड़े हुए हैं पापा, काका
यह तो मनमानी है' ...5