Ram Navami Poem राम नवमी पर भगवान श्री राम को समर्पित कविता- राम जन्म जिस नवमी होता, उस नवमी की महिमा अद्भुत,
सृष्टि भी होती मतवाली, दिन में होली रात दिवाली।
थाली में है रोली-कुमकुम, पीला चंदन है। करें तिरंगे की पूजा, शत-शत अभिनंदन है।। गंगा के पानी से अब तक, श्रद्धा नाता है। विंध्य, हिमालय, अरावली अब भी मुस्कराता है।।