मजेदार बाल कविता : गाय को चाय
एक दिन घर पर गाय आ गई।
बोली हमको चाय पिलाओ।
दूध दिया है, तुमको मैंने,
चाय पिलाकर कर्ज चुकाओ।
मैंने कहा दूध देकर तुम,
सब बच्चों को स्वस्थ बनाती।
इसके बदले में हे माता।,
बच्चों से कुछ नहीं मंगाती।
आज आपने चाय मंगाई।
सभी आपके आभारी हैं।
चाय मिले बढ़िया सी तुमको,
यह सबकी जुम्मेवारी है।
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