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  4. Who is Tehmina Durrani who was made famous by her book 'My Feudal Lord'
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Last Updated : मंगलवार, 12 अप्रैल 2022 (18:54 IST)

कौन हैं तहमीना दुर्रानी जिन्‍हें उनकी किताब ‘माई फ्यूडल लॉर्ड’ ने कर दिया मशहूर

tahmina durrani
शाहबाज शरीफ पाकिस्‍तान के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। लेकिन उनके साथ अब उनकी एक बीवी तहमीना दुर्रानी भी चर्चा में हैं। दरअसल, 52 साल के शाहबाज शरीफ ने 50 साल की तहमीना दुर्रानी से जब शादी की थी। इस शादी से शाहबाज शरीफ के परिवार में भूचाल आ गया था। उस समय शाहबाज सऊदी अरब के जेद्दाह में निर्वासित जीवन जी रहे थे।

शरीफ दो शादियां कर चुके थे। उनके छह बच्चे पहले से ही थे। इसके बावजूद उन्होंने पांच बच्चों की मां तहमीना दुर्रानी से दुबई में गुपचुप तरीके से शादी कर ली। तहमीना पाकिस्तानी पंजाब के पूर्व गवर्नर गुलाम मुस्तफा खार की पत्नी थीं।

माई फ्यूडल लॉर्ड ने दिलाई शोहरत
'माई फ्यूडल लॉर्ड' किताब की कामयाबी ने तहमीना को मशहूर कर दिया था। बाल अधिकार कार्यकर्ता के रूप में भी उनका नाम था। वे शाहबाज शरीफ के लिए प्रेस नोट और भाषण तैयार करती थीं। लाहौर के सियासी हलके में तहमीना और शाहबाज की करीबी रिश्ते चर्चा होने लगी थी। फिर 2003 में शाहबाज ने तहमीना से चोरी चुपके शादी कर ली। इस शादी से शाहबाज के पिता मोहम्मद शरीफ और बड़े भाई नवाज शरीफ बहुत नाराज हुए थे।

उन्होंने शाहबाज पर तहमीना को छोड़ देने के दबाव बनाया। लेकिन शाहबाज ने इंकार कर दिया था। कहा जाता है कि शाहबाज तहमीना की बौद्धिक योग्यता से बहुत प्रभावित थे। उनका मानना था कि तहमीना के सटीक राजनीतिक सलाह से उनका राजनीतिक संकट दूर हो सकता है।

रसूखदार परिवार से ताल्लुक
शाहबाज शरीफ ने तहमीना दुर्रानी से शादी की तो स्थितियां बदलने लगीं। दोनों की ये तीसरी शादी थी। तहमीना पाकिस्तान के रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखती थीं। उनके पिता शाहकुरउल्ला दुर्रानी पाकिस्तान स्टेट बैंक के पूर्व गवर्नर रहे थे। उनके दादा मुहम्मद जमां दुर्रानी सेना में मेजर थे।

उनके नाना लियाकत हयात खान पटियाला रियासत के वजीर थे। और सबसे बड़ी बात ये कि तहमीना इस शादी से पहले पंजाब के पूर्व गवर्नर मुस्तफा खार की पत्नी थीं। मुस्तफा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बड़े नेता थे। वे पंजाब के गवर्नर भी रहे थे। तहमीना खुद पाकिस्तान की नामचीन सोशलाइट थीं। इस लिहाज से तहमीना की सेना, नौकरशाही और राजनीति में अच्छी जान-पहचान थी। वे अपने नए शौहर शाहबाज के पाकिस्तान लौटने की परिस्थितियां तैयार करने लगीं। 2004 में शाहबाज शरीफ जेदादह से पाकिस्तान आए तो मुशर्रफ ने उन्हें हवाई अड्डे से ही जेद्दाह लौटा दिया। लेकिन शाहबाज 2007 में आखिरकार पाकिस्तान आने में कामयाब हुए।

तहमीना की कोशिशों से ही शरीफ पाकिस्तान लौट सकें। 2008 में वे दूसरी बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने। तहमीना उनकी सबसे विश्वस्त सलाहकार बन गयीं। इसके बाद शाहबाज पाकिस्तान की राजनीति में एक ताकत बनते चले गए।

शाहबाज शरीफ ने जब तहमीना से शादी की थी तब उनके घर वाले बहुत नाराज हुए थे। लेकिन यह शादी उनके लिए भाग्यशाली साबित हुई।

माई फ्यूडल लॉर्ड की सनसनीखेज बातें
तहमीना दुर्रानी ने अपनी किताब माई फ्यूडल लॉर्ड में कई सनसनीखेज बातें लिखीं हैं। जब ये किताब प्रकाशित हुई थी, तब पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल आ गया था। इस किताब में तहमीना ने अपने विवाहेत्तर और अवैध संबंधों का जिक्र किया है। 2020 में डेली औसाफ डॉट कॉम ने इस किताब के कुछ अंश प्रकाशित किए थे। डेली औसाफ डॉट कॉम के मुताबिक तहमीना ने इस किताब में पंजाब के तत्कालीन गवर्नर मुस्तफा खार के साथ अपने अवैध संबंध का जिक्र किया है।

उस समय तहमीना अपने पहले पति अनीस खान के साथ वैवाहिक जीवन गुजार रहीं थीं। तहमीना ने 17 साल की उम्र में अनीस से शादी की थी। वे एक बेटी की मां थीं। फिर भी वे विवाहेत्तर संबंध में थीं। गुलाम मुस्तफा खार 1971 से 1973 तक पाकिस्तानी पंजाब के गवर्नर थे। किताब के मुताबिक, एक दिन पंजाब के तत्कालीन गवर्नर मुस्तफा खार ने तहमीना को फोन किया, मैं तुमसे मिलने तुम्हारे घर रहा हूं। यह सुन कर तहमीना हड़बड़ा गईं। उसने कहा, ये कैसे मुमकिन है, अभी मेरे पति अनीस घर पर ही हैं। इस पर मुस्तफा खार ने कहा, परेशानी की कोई बात नहीं, मैं अनीस को घर से बाहर निकालने का इंतजाम कर देता हूं। फिर अनीस को फोन कर गवर्नर हाउस बुलाया गया। इस बीच मुस्तफा खार तहमीना के घर जा पहुंचे।

तहमीना ने आरोप लगाया है कि मुस्तफा खार ने अपनी साली को भी जाल में फंसा रखा था। 1976 में तहमीना ने अनीस को तलाक दे दिया था। इसके बाद उन्होंने मुस्तफा खार से शादी की थी। उनका आरोप है कि मुस्तफा खार अक्सर उन्हें गालियां देते थे। बदसलूकी करते थे। उनकी ज्यादतियों से तंग आ कर तहमीना शाहबाज शरीफ की तरफ झुकती चली गईं। जब उनकी किताब माई फ्यूडल लॉर्ड प्रकाशित हुई तो न सिर्फ वे मशहूर हो गईं, बल्‍कि पाकिस्‍तान की राजनीति में भी भूचाल आ गया।