संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज का भाषण, जानिए खास बातें...
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में बहस की शुरुआत से एक दिन पहले सोमवार को आयोजित नेल्सन मंडेला शांति सम्मेलन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मदीबा के नाम से मशहूर नेल्सन मंडेला के साथ भारत के मजबूत रिश्ते का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय उन्हें अपना मानते हैं। जानिए, उनके भाषण की खास बातें...
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के दिवंगत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की ओर से अपनाए गए त्याग, करुणा एवं समावेश के मूल्य आज टकरावों, आतंक और नफरतभरी विचारधारा वाली दुनिया में पहले से ज्यादा प्रासंगिक हैं।
- हमें गर्व है कि हम उन्हें 'भारत रत्न' कहते हैं। भेदभाव और प्रतिकूल स्थिति के बाद भी उन्होंने निडरता और साहस दिखाया। मंडेला की ओर से अपनाए गए त्याग, करुणा और सामाजिक समावेश के मूल्यों की अब मौजूदा उथल-पुथलभरी दुनिया में पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है।
- एक वैश्विक परिवार के तौर पर हमारे सामूहिक अस्तित्व को मंडेला जैसे महान नेता की बुद्धिमता की जरूरत है और यह हमारा नैतिक दायरा होना चाहिए।
- भारत, अफ्रीका एवं उसके लोगों के साथ अपने विशेष संबंध और लंबे समय से कायम साझेदारी पर गर्व करता है। मंडेला और गांधी के दर्शन में हमारा करीबी रिश्ता झलकता है।