शहबाज शरीफ पहुंचे ISI मुख्यालय, क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े घटनाक्रमों पर ली जानकारी
Shahbaz Sharif reached ISI headquarters: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) मंगलवार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटरसर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्हें क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े घटनाक्रम और भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पारंपरिक सैन्य विकल्पों और हाइब्रिड युद्ध रणनीति सहित उभरते खतरे के परिमाण से अवगत कराया गया।
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सरकारी रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार शरीफ के साथ उप प्रधानमंत्री/विदेश मंत्री इशहाक डार, रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ और सेना प्रमुख भी मौजूद थे। रिपोर्ट में आधिकारिक बयान का हवाला देते हुए कहा गया है कि इस दौरे में मौजूदा सुरक्षा हालात पर विस्तृत जानकारी दी गई जिसमें पाकिस्तान की पूर्वी सीमा पर भारत के बढ़ते आक्रामक और उत्तेजक रुख के मद्देनजर पारंपरिक खतरे के खिलाफ तैयारियों पर विशेष जोर दिया गया।
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खतरे के परिमाण से अवगत कराया : रिपोर्ट में कहा गया है कि नेतृत्व को क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े घटनाक्रम और पारंपरिक सैन्य विकल्पों, हाइब्रिड युद्ध रणनीति सहित उभरते खतरे के परिमाण से अवगत कराया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीफ ने पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के किसी भी उल्लंघन को रोकने और निर्णायक रूप से जवाब देने के लिए राष्ट्रीय सतर्कता, निर्बाध अंतर-एजेंसी समन्वय और मजबूत परिचालन तत्परता की अनिवार्यता को रेखांकित किया। पिछले हफ्ते आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
विदेश कार्यालय के एक बयान के अनुसार डार ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। बयान के अनुसार डार ने बातचीत के दौरा मुत्ताकी को पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा हाल ही में कथित 'उकसावे, अवैध और एकतरफा कदम' की जानकारी दी।
भारत ने हमले के बाद दंडात्मक कदमों की घोषणा की : भारत ने हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक कदमों की घोषणा की जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी में एकमात्र भूमि सीमा को बंद करना और हमले के सीमा-पार संबंधों के मद्देनजर राजनयिक संबंधों को कम करना शामिल है। डार ने बैठक के दौरान पाकिस्तान की 'शांति के प्रति प्रतिबद्धता' और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने की बात दोहराई। अफगान विदेश मंत्री ने व्यापार को आसान और यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए पाकिस्तान के 'सक्रिय' कदमों की सराहना की।(इनपुट भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta