लाहौर। एक बहुत ही सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की मासूम लड़कियों को कथित तौर पर बहला-फुसलाकर चीनी लड़कों से उनकी फर्जी शादी की जाती है। शादी के बाद उन्हें चीन ले जाकर वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दिया जाता है। मानव तस्करी के इस घिनोने मामले में 13 चीनी नागरिकों सहित कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने मंगलवार को 7 लोगों को गिरफ्तार किया, इनमें 3 चीनी नागरिक हैं। ये लोग एक मानव तस्करी गिरोह के सदस्य हैं। जियो न्यूज की खबर के अनुसार एफआईए रावलपिंडी ने इन लोगों को गिरफ्तार किया, जिसका सरगना एक चीनी नागरिक है। इससे पहले सोमवार को एक महिला सहित कम से कम 10 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।
एफआईए ने सोमवार को एक महिला सहित 8 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जबकि 2 चीनी नागरिकों को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में एक शादी हो रही थी।
एफआईए पंजाब के निदेशक तारिक रुस्तम ने कहा कि वेश्यावृत्ति के उद्देश्य से पाकिस्तानी लड़कियों को तस्करी करके चीन ले जाने के मामले में सोमवार को हमने 7 चीनी पुरुषों के साथ 1 चीनी महिला को गिरफ्तार किया।
एजेंसी इन खबरों के बाद हरकत में आई कि चीनी नागरिक अंगों की खरीद-फरोख्त और पाकिस्तानी लड़कियों, ज्यादातर ईसाई समुदाय से, को शादी कर चीन ले जाने के बाद जबरन वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने जैसे कृत्यों में लिप्त हैं।
रुस्तम ने बताया कि इन चीनी नागरिकों का सरगना कैंडिस भी गिरफ्तार लोगों में शामिल है। वह पिछले एक साल से लाहौर हवाईअड्डे के पास रह रहा था।
उन्होंने कहा कि लड़कियों को चीनी नागरिकों द्वारा लाहौर में किराए पर लिए गए मकानों में ले जाया जाता था। चीन जाने से पहले और शादी के दस्तावेज पूरे होने के बाद उन्हें चीनी भाषा सिखाई जाती थी। चीन में जाने के बाद मासूम लड़कियों को जबरन वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता था।
रुस्तम ने कहा कि पिछले कुछ साल में चीन ले जाई गई लड़कियों से संबंधित आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं। उनकी संख्या सैकड़ों में हो सकती है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार चीनी नागरिकों से पूछताछ की जा रही है और उम्मीद है कि अपराध में शामिल सभी लोग गिरफ्तार होंगे।
पाकिस्तान सरकार ने हाल में एफआईए को निर्देश दिया था कि वह शादी के नाम पर पाकिस्तानी लड़कियों को तस्करी कर चीन ले जाने में शामिल गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करे।
पाकिस्तान चीनी पुरुषों के लिए शादी का नया बाजार बना : पाकिस्तान से अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय की सैकड़ों लड़कियों को हाल के महीनों में दुल्हन के रूप में तस्करी कर चीन ले जाया गया है और पाकिस्तान चीनी पुरुषों के लिए शादी का नया बाजार बन गया है।
गिरजाघरों के बाहर मंडराते हैं दलाल : चीनी और पाकिस्तानी दलाल लड़कियों की तलाश में रहते हैं और गिरजाघरों के बाहर मंडराते रहते हैं। कुछ मामलों में देखा गया है कि पादरियों को लड़की के गरीब माता-पिता को लुभाने के लिए पैसा मिलता है और वे माता-पिता को उनकी बेटी के बदले पैसे देने का वादा करते हैं।
दामाद को बताया जाता है अमीर : माता-पिता को कई हजार डॉलर मिलते हैं और उन्हें बताया जाता है कि उनका दामाद अमीर है और उसने ईसाई मजहब अपना लिया है। हालांकि सब झूठ होता है।
मर्जी के खिलाफ होती है शादी : अधिकतर लड़कियों की शादी उनकी मर्जी के खिलाफ होती है और चीन पहुंचने के बाद लड़कियां दूर-दराज़ के ग्रामीण इलाको में खुद को अलग थलग पाती हैं। उनके उत्पीड़न का खतरा रहता है और वे स्थानीय लोगों से बातचीत करने में असमर्थ होती हैं तथा उन्हें एक गिलास पानी के लिए भी अनुवाद ऐप्प का सहारा लेना पड़ता है।
(तस्वीरें गल्फ न्यूज एशिया व जियो न्यूज के सौजन्य से)