चीनी सेना ने संभाला मोर्चा, हांगकांग में क्यों भड़की हिंसा....
मास्को। हांगकांग में लोकतंत्र की मांग को लेकर पिछले 6 महीनों से जारी हिंसा थमने का नाम हीं नहीं ले रही है। सरकार-विरोधी प्रदर्शनकारियों ने पिछले कुछ दिनों से सड़कें, सुरंगें और पुलों को अवरुद्ध कर शहर का यातायात बाधित कर रखा है। हिंसक प्रदर्शन और उसे काबू करने के प्रयास में कई लोग घायल हो गए।
विश्वविद्यालय विरोध आंदोलन के एक नए केंद्र बिंदु के रूप में उभरे हैं, शहर भर के कई परिसर में अस्थायी रूप से विरोध शिविर बन गए हैं। हांगकांग की चीनी यूनिवर्सिटी के मैदान में हजारों प्रदर्शनकारी मौजूद हैं और सभी गेट बंद कर दिए गए हैं।
साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट के अनुसार, आज सुबह करीब 100 की संख्या में नकाबपोश लोगों ने विश्वविद्यालय के समीप अवरुद्ध सड़क को खाली कराने के लिए आए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने बल का प्रयोग करते हुए उन्हें वापस भेजने की कोशिश की और फिर पुलिस ने आकर नकाबपोश लोगों को जाने के लिए कहा।
जब ये लोग जाने लगे तब कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारियों ने इसके बदले ईंट और पेट्रोल बम से हमला किया।
इस बीच प्रदर्शनों को रोकने के लिए चीन ने सेना तैनात कर दी है। सैनिकों ने सड़कों से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए मार्च किया।