क्या मोदी को मिलेगा तीसरा टर्म, पाकिस्तान समेत क्या बोला विदेशी मीडिया?
भारत के लोकसभा चुनाव पर पूरी दुनिया के मीडिया की नजर है। फिलहाल लोकसभा चुनावों के नतीजें सामने आते जा रहे हैं। एग्जिट पोल के आकलन के ठीक उलट भाजपा को झटका लगा है। विपक्षी दल सत्ता पक्ष को कडी टक्कर दे रहे हैं। भारत के इस लोकसभा चुनाव के नतीजों के बारे में पाकिस्तान समेत, अमेरिका, फ्रांस, बांग्लादेश, ब्रिटेन समेत कई विदेशी अखबारों और मीडिया ने अपने लेख और विश्लेषण प्रकाशित किए हैं। जानते हैं भारत के लोकसभा नतीजों के बारे में क्या कह रहा है विदेशी मीडिया।
किस मीडिया ने क्या कहा : न्यूयॉर्क टाइम्स ने नतीजों को प्रधानमंत्री मोदी के 10 साल के कार्यकाल पर रेफरेंडम बताया है। टाइम्स के मुताबिक 'काफी हद तक नरेंद्र मोदी को तीसरा टर्म मिलेगा। भारत में नए बने विपक्षी गठबंधन ने मोदी की बंटवारे की राजनीति के खिलाफ वोट मांगा था। विपक्ष ने लोगों के मन में ये डर भरा था कि अगर BJP सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी।'
बांग्लादेशी अखबारों ने लिखा : बांग्लादेश के द डेली स्टार ने लिखा- ऐसा लगता है कि इस बार कमजोर BJP की सरकार बनेगी। भारतीय शेयर बाजार को पीएम मोदी की भारी जीत की उम्मीद थी, लेकिन शुरुआती परिणामों ने उसे डरा दिया है। यही वजह है कि शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।
ब्रिटिश न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने क्या कहा : ब्रिटिश न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने लिखा कि मोदी आगे, बाजार पीछे रॉयटर्स ने लिखा है कि शुरुआती रुझानों में PM मोदी की पार्टी और उनका गठबंधन आगे दिखाई दे रहा है। उम्मीद के उलट नतीजों की वजह से बाजार परेशान होकर लगातार गिरता जा रहा है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल : हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी को झटका : भारत के नरेंद्र मोदी बहुमत हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं। शुरुआती रुझानों में उन्हें उम्मीद मुताबिक नतीजे नहीं मिल रहे। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा कि मोदी और उनकी हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी को विपक्ष ने कड़ा झटका दिया है।
फ्रांस 24 : फ्रांस 24 ने लिखा कि भारत के चुनाव में विपक्ष उम्मीद से कड़ी टक्कर दे रहा है। 10 साल की सत्ता में नरेंद्र मोदी ने भारत की राजनीति के परिदृश्य को ही बदल दिया था। उनकी पॉपुलैरिटी ने उनकी पार्टी को पीछे छोड़ दिया। मोदी ने संसदीय चुनाव को राष्ट्रपति चुनाव जैसा बना दिया। नतीजा ये रहा कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए मोदी ब्रांड पर निर्भर रहती है।
Edited by Navin Rangiyal