क्या आपने की है समुद्र की साहसिक यात्रा?
धरती पर समुद्र, रेगिस्तान, बिहड़ जंगल और हिमालय सबसे अद्भुत, विचित्र और रहस्यों से भरा है। इसमें भी समुद्र, समुद्री सुरंग, समुद्री गुफा, समुद्री टापू और समुद्र तटों के तो कहने ही क्या। जीवन है तो यहीं पर और कहीं पर भी नहीं। आपने समुद्र नहीं देखा तो फिर क्या खाक कुछ देखा। चलो देख भी लिया तो यदि आप समुद्री यात्रा पर नहीं गए तो भी बहुत कुछ चूक गए। समुद्री यात्रा का रोमांच हमें जरूर हासिल करना चाहिए। आओ जानते हैं समुद्री यात्रा पर कुछ खास।
1. समुद्री यात्रा के संस्मरण पर हजारों किताबें लिखी गई हैं। समुद्री लुटेरे, सिंदबाद जहाजी और समुद्र के सम्राट नाम से कई किताबें लिखी गई हैं। समुद्री यात्रा के रोचक और रोमांचक संस्मरणों को पढ़कर हर कोई आश्चर्य करेगा कि आखिर समुद्र की दुनिया एक अलग ही दुनिया है जिसका धरती की दुनिया से कोई मेल नहीं।
2. कुछ वर्ष पूर्व एक फिल्म आई थी 'लाइफ ऑफ पाई'। निश्चित ही यह सच्ची घटना पर आधारित फिल्म न हो लेकिन ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने समुद्र में कई दिन जिंदगी और मौत के बीच गुजारे हैं। समुद्री जहाजों, लुटेरे, विज्ञानिकों के शोध और युद्ध पर कई फिल्में बनी है। उन्हें देखकर आप अनुमान लगा सकते हैं कि समुद्र कितना विशाल और कितना विचित्र है।
3. रोमांचक समुद्री यात्राओं के बारे में जहाजों के कप्तानों ने अपनी डायरियों में अपने दुर्लभ और रोमांचक अनुभवों को दर्ज किया है। वास्को डि गामा, कोलंबस के नाम तो समुद्री यात्रा के लिए प्रसिद्ध हैं ही, कई बार तो लोगों ने ऐसे ऐसे जीव देखे हैं जिसके बारे में सुनकर आश्चर्य होता है कि आखिर यह चीज क्या है? यह कोई जीवधारी है या निर्जीव वस्तु? कई बार जहाज निकला कहीं और के लिए और पहुंच गया किसी अनजान द्वीप पर। कई जहाज तो आज तक वापस लौटकर नहीं आए।
5. भारतीय उपमहाद्वीप को घेरे हुए नीले पानी में यात्रा करना स्मरणीय अनुभव होता है। भारत में समुद्री यात्रा का उपयोग मौर्य और मध्यकाल में अधिक था। अधिकांशत: अरब सागर का उपयोग लक्षद्वीप पहुंचने और बंगाल की खाड़ी का उपयोग अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पहुंचने में किया जाता है। ये दोनों द्वीप समूह भारतीय उपमहाद्वीप के हिस्से हैं।
6. अटलांटिक समुद्र में एक ऐसी जगह है जिसे बरमूडा त्रिभुज कहा जाता है। पिछले 100 वर्षो मे बरमूडा त्रिभुज में लोगों की मान्यताओं के अनुसार असाधारण रूप से ज्यादा संख्या में वायुयान और जलयान रहस्यमय रूप से कोई सूराग न छोड़ते हुए अदृश्य हुए हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार इस क्षेत्र में 100 के आसपास वायुयान, जलयान और लगभग 1000 व्यक्ति लापता हुए हैं।