इतिहास रचने वाली इंदौर की गुरदीप को 10000 रुपए की प्रोत्साहन राशि
Indore Gurdeep created history in 10th Board: कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंची मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं कक्षा की परीक्षा में इतिहास रचने वाली मूक, बधिर और दृष्टि दिव्यांग गुरदीप का हौसला बढ़ाया। इस बालिका ने 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर साबित कर दिया है कि वह किसी से कम नहीं है।
गुरदीप देश की पहली ऐसी बधिरांध है, जो मूक, बधिर और दृष्टि बाधित होकर 10वीं बोर्ड की परीक्षा उत्तीर्ण की है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इस इतिहास रचने वाली बालिका गुरदीप को 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी। कलेक्टर इलैयाराजा ने इस बालिका से चर्चा कर अनुभव भी सुने।
उन्होंने बालिका को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आगे की पढ़ाई में जरूरत होने पर हर संभव मदद दी जाएगी। इस बालिका द्वारा दी गई परीक्षा में लेखिका भी एक बधिर बालिका थी। गुरदीप की पढ़ाई के लिए अंग्रेजी की ब्रेल लिपी और अमेरिकन सांकेतिक भाषा के साथ ही स्पर्श लिपि का उपयोग किया गया था। आनंद सर्विस सोसायटी मूक बधिर संस्था के ज्ञानेंद्र पुरोहित और मोनिका पुरोहित भी इस दौरान मौजूद थे। गुरदीप बचपन से ही होनहार है। गुरदीप का शुरुआत से ही पढ़ाई के प्रति रुझान था।
Edited by: Vrijendra Singh jhala