• गणगौर तीज पर क्या बनाया जाता है।
• फल गुने बनाने की विधि।
• गणगौर पर परोसे जाने वाले लजीज व्यंजन।
Gangaur Food : 11 अप्रैल को गणगौर का पावन पर्व है। गणगौर एक धार्मिक त्योहार है, जो मां पार्वती और भगवान शिव के दिव्य प्रेम को दर्शाता है। गणगौर की पूजा में गणगौर माता और ईशर जी की पूजा में तरह-तरह के भोग बनाए जाते हैं। यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं कुछ खास भोग की विधियां-
1. गणगौरी गुने
सामग्री : 100 ग्राम रवा, 500 ग्राम मैदा, 1/2 चम्मच मीठा पीला रंग, 500 ग्राम चीनी, तलने के लिए देशी घी।
विधि : गणगौर पर गुने बनाने के लिए सबसे पहले रवा-मैदा छान लें। आधा कप घी का मोयन लें और मीठा पीला रंग मिलाकर पूरी की तरह आटा गूंथ लें। थोड़ी बड़ा आकार की लोई लेकर चकले पर लंबी-गोल बत्ती जैसी बना लें। अब उसे चपटा करके दोनों सिरों को पानी की सहायता से गोलाकार में जोड़ दें।
अब एक कढ़ाई में घी गर्म करें और धीमी आंच पर सुनहरा होने तक तल लें। अब ठंडा करें, चीनी की 2 तार की चाशनी बनाएं, गुनगुनी चाशनी में तैयार गुने डालें और उलट-पलटकर 5 मिनट चाशनी में ही रहने दें। अब चाशनी से निकाल लें और छलनी पर ठंडा होने के लिए रख दें। अगर आप गणगौरी गुने को बड़े आकार में बनाना चाहती हैं तो 2-3 राउंड में घुमा लें और जलेबी का आकार देकर बनाएं। ये दिखने में और भी सुंदर लगेंगे तथा खाने में लजीज भी। अब तैयार गणगौरी गुने से पर्व मनाएं।
2. शाही खोया खीर
सामग्री : 2 लीटर गाढ़ा दूध, 50 ग्राम खोया/ मावा, 2 मुट्ठी बासमती चावल, 1/4 कटोरी मेवे की कतरन, 4 बड़े चम्मच शकर, 1/2 चम्मच पिसी इलायची, 3-4 लच्छे केसर, एक चुटकी मीठा पीला रंग।
विधि : खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। दूध को मोटे तले वाले बर्तन में लेकर गरम करके 10-15 उबाल लेकर पका लें। अब चावल का पूरा पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें। चावल पकने के बाद चीनी डालें और पूरी चीनी घुलने तक दूध को लगातार चलाती रहें। बीच में छोड़े नहीं।
जब खीर अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें मेवे की कतरन, इलायची डालें। एक अलग कटोरी में थोड़ा-सा गरम दूध लेकर केसर 5-10 मिनट के लिए उसमें गला दें। तत्पश्चात केसर घोंट कर उबलती खीर में डाल दें। अब तैयार हो रही खीर की 5-7 उबाली लेकर आंच बंद कर दें। तैयार शाही खोया खीर से पर्व मनाएं।
3. आटे का हलवा
सामग्री : 100 ग्राम आटा, 100 ग्राम शकर, 2 बड़े चम्मच देसी शुद्ध घी, 1/2 कटोरी मेवा कतरन, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 3-4 केसर के लच्छे।
विधि : एक कढ़ाई में घी गरम करें तथा आटा डालकर धीमी आंच पर गुलाबी होने तक सेंक लें। अब 2 कप गर्म पानी डालकर जल्दी-जल्दी चलाएं। थोड़ा गाढ़ा होने पर शकर मिलाएं और हिलाते रहें।
जब हलवा घी छो़ड़ने लगे, तब मेवे की कतरन और इलायची पाउडर बुरकाएं। ऊपर से केसर के लच्छे डालें। आंच बंद कर दें और तैयार शाही आटे के हलवे का भोग लगाएं।