1. पंजाब स्पेशल : गन्ने के रस की खीर
मकर संक्रांति पर पंजाब में गन्ने के रस की खीर बनाई जाती है और इसे भुने हुए ड्राई फ्रूट्स के साथ सर्व किया जाता है, जिससे कि खाने का स्वाद और भी बढ़ जाता है। पढ़ें रेसिपी-
सामग्री : 2 लीटर गन्ने का रस, बासमती चावल 150 ग्राम, मेवे की कतरन 1/4 कटोरी, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर।
विधि : एक पैन में गन्ने का रस डाल कर गरम करके उसमें धुले हुए चावल डाल कर इस मिश्रण को धीमी आंच पर पकाएं। जब गन्ने का रस और चावल पककर गाढा मिश्रण न बने तब तक आंच पर पकाते रहें। फिर आंच बंद करके ठंडा होने दें। थोडी देर फ्रिज में रखें शाही गन्ने के रस की खीर का आनंद उठाएं।
2. राजस्थान के ट्रेडिशनल फूड : फेनी
फेनी राजस्थान में मकर संक्रांति के दिन बनाया जाने वाला एक ट्रेडिशनल मीठा व्यंजन है, जिसे चावल को पीसने के बाद खीर की तरह दूध में पकाया जाता है। और ड्राई फ्रूट्स की कतरन डालकर डेजर्ट के तौर पर सर्व किया जाता है।
3. सूजी का शाही हलवा
संक्रांति के दिन कई स्थानों पर अलग-अलग तरह के हलवे बनाए जाते हैं, जिसमें बादाम का हलवा, सूजी का हलवा, गाजर या आटे का हलवा बनाने की परंपरा है। इसे बनाने के लिए चीनी के अलावा दूध का भी इस्तेमाल किया जाता है। ड्राई फ्रूट्स और केसर इसमें स्वाद बढ़ाने के काम आते हैं।
सामग्री : 250 ग्राम गेहूं आटा, 200 ग्राम चीनी, 2 बड़ा चम्मच शुद्ध घी, आधा चम्मच इलायची पाउडर, 4-5 केसर के लच्छे, मेवे की कतरन।
विधि : कड़ाही में घी गरम करके आटा डालकर धीमी आंच पर गुलाबी होने तक सेकें। एक बर्तन में अलग से पानी गरम करके आटे में डाल कर जल्दी-जल्दी चलाएं। थोड़ा गाढ़ा होने पर चीनी मिलाएं और चलाएं। ऊपर इलायची पावडर, मेवे की कतरन डाल दें। जब हलवा घी छोड़ने लगे तब उतार लें। लीजिए तैयार है शाही हलवा।
4. तमिलनाडु स्पेशल डिश : मुरुक्कु
तमिलनाडु में संक्रांति पर्व को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। इस दिन खास तौर पर वहां पर मुरक्कु खाने की परंपरा है, यह नमकीन व्यंजन है तो खाने में बेहद टेस्टी और कुरकुरा होता है। जिसे उड़द दाल आटा, अजवायन और तिल को मिलाकर आटे जैसा गूंथकर उसको चकली की तरह बनाकर डीप फ्राई किया जाता है। पढ़ें आसान विधि-
बनाने के लिए लगने वाली सामग्री :
उड़द दाल का आटा, 2 छोटे चम्मच तिल, लाल मिर्च पाउडर, नमक, तेल और अजवायन।
विधि :
उड़द दाल के आटे को छलनी से छानकर इसमें नमक, लाल मिर्च, तिल, अजवायन तथा थोड़ा तेल का मोयन डाल कर आटे जैसा गूंथ लें। अब मुरुक्कु बनाने के सांचे में हल्का-सा तेल लगाकर गूंथा आटा भरें और एक कड़ाही में तेल अच्छा गरम करके सांचे को दबाते हुए गोल-गोल घुमा कर मुरुक्कु बना लें। अच्छी तरह कुरकुरी तलें और एक पेपर पर डालकर उसका एस्ट्रा तेल निथारकर डिब्बे में भर दें और संक्रांति के त्योहार पर सर्व करें।
5. महाराष्ट्र स्पेशल : पूरन पोली
महाराष्ट्र में मकर संक्रांति के दिन पुरन पोली बनाने की परंपरा है। यह चना दाल और गुड़ को मिलाकर एक मिश्रण बनाया होता है जिसे आटे में भरकर इसकी रोटी बनाकर दोनों तरफ घी से सेंककर एस्ट्रा घी के साथ सर्व किया जाता है।
सामग्री : 200 ग्राम चने की दाल, 300 ग्राम आटा, 300 ग्राम शकर, 300 ग्राम शुद्ध घी, 6-7 पिसी हुई इलायची, 2 ग्राम जायफल, 8-10 केसर के लच्छे।
विधि :
एक प्रेशर कुकर में चने की दाल को अच्छी तरह से धोकर, दाल से डबल पानी लेकर कम आंच पर 30 से 35 मिनट पकने दें। 2-3 सीटी लेने के बाद गैस बंद कर दें। कुकर ठंडा होने के बाद दाल को स्टील की छन्नी में निकाल लें ताकि उसका सारा पानी निकल जाए। दाल जब ठंडी हो जाए, तब उसमें 300 ग्राम शकर में से 150 ग्राम शकर मिलाकर मिक्सी में पीस लें। पीसी हुई दाल के मिश्रण को एक कड़ाही में निकालकर उसमें बची हुई 150 ग्राम शकर भी मिला दें। इस प्रकार पूरी 300 ग्राम शकर भी मिला दें। अब इस मिश्रण को कम आंच पर औटाएं यानी तब तक पकाएं, जब तक पूरन की गोली न बनने लगे।
जब पूरन बन जाए तब आंच से उतार लें और ठंडा करें। ऊपर से जायफल, इलायची, केसर डालकर मिश्रण के आवश्यकतानुसार 10-12 गोले बनाकर रख लें। अब एक थाली में मैदे की छन्नी से छना आटा लें। उसमें 1 बड़ा चम्मच शुद्ध घी का मोयन डालकर रोटी के आटे जैसा गूंथ लें। इसकी छोटी-छोटी लोइयां बनाकर हर लोई में पूरन का एक गोला रखकर मोटी बेल लें और गरम तवे पर धीमी आंच पर शुद्ध घी लगाकर दोनों तरफ गुलाबी सेंक लें। इस तरह सभी बना लें और ज्यादा मात्रा में घी लगाकर परोसें।