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Written By Author पं. अशोक पँवार 'मयंक'

26 जनवरी : देश के सितारे

गणतंत्र बेला पर ग्रहों का असर

26 January | 26 जनवरी : देश के सितारे
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26 जनवरी के दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था और इस दिन भारत के राष्ट्रपति तिरंगा फहराते है व सलामी लेते है। डॉ. भीमराव आंबेडकर व अन्य ने मिलकर भारत का संविधान बनाया व इस दिन पास हुआ इसी उपलक्ष्य में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

हर भारतीय नागरिक में भारत के संविधान पर आस्था ही नहीं पूर्ण व दृढ़विश्वास है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में भारतीय संविधान पर से विश्वास उठता जा रहा है। देश के बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री के नाम संदेश दे दिया है कि- 'अब तो देश बचाओ! प्रधानमंत्री के हाथों में सबकुछ होने के बाद भी मूक बने रहना व सबकुछ देखते रहना बड़े ही शर्म की बात है।

आज देश का काला धन खरबों रुपयों में स्विस बैकों में जमा हैं, इसे लाने की बात स्पष्ट नहीं होती, ना ही भ्रष्टाचार में डूबे नेताओं को संसद से बाहर का रास्ता दिखाते हैं। वो तो भला हो न्यायपलिका का जो बार-बार सख्त नजर आकर फटकार लगा रही है।

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आइए जानते हैं, इस गणतंत्र दिवस पर देश के सितारे क्या कहते है?

गुरु की राशि में राहू का नीचस्थ होना राजनीतिज्ञों को भ्रष्टाचारी बना रहा है व देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं रख रहा है। आज करोड़ों का धन विदेश में है! पेट्रोल की बढ़ती कीमतें भी मंगल के अस्त का ही नतीजा है। यदि सरकार चाहे तो पेट्रोल 40रु. बिक सकता है। बस इस पर से 'टैक्स' में कमी करें व राज्य सरकार 'करों' में कमी करें, लेकिन ऐसा होगा नहीं क्योंकि फिर भ्रष्टाचार करने को नहीं मिलेगा।

राहु कोई ग्रह नहीं है, ये छाया ग्रह है जो गुरु की राशि धनु पर अंधकार डाले हुए है। गुरु ज्ञान, धर्म, न्याय, पृथ्थकरण का कारक है इन सब पर प्रभाव डालता है। गुरु भी जल तत्व की राशि मीन पर होने से प्रभावशील नहीं हो पा रहा है। न्यायपालिका तो सख्त है लेकिन सरकार पर प्रभाव नहीं पड़ता।

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मंगल अस्त होने से आग का प्रतीक पेट्रोल प्रभावित हो रहा है। इधर धन का कारक शुक्र वृश्चिक राशि में है- देखने में आया है कि यह आर्थिक मामलों में प्रभाव डालता है। अनैतिक मामलों में खर्च, भ्रष्टाचार को बढ़ावे का कारण बनता है। 26 जनवरी के दिन तुला राशि है, राशि स्वामी शुक्र जो वृश्चिक में है वो हमें अनैतिकता की ओर ले जाता है।

इसी प्रकार शनि-गुरु का समसप्तक होना ही भ्रष्टाचार के उजागर होने का कारण बना, नहीं तो देश भ्रष्टाचारियों से दब जाता और जनता कराहने लग जाती। वैसे भी महँगाई के कारण देश की जनता कराह रही है लेकिन सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है।

अभी प्रधानमंत्री के ग्रह ठीक नहीं है, वहीं कृषि मंत्री शरद पवार के भी ग्रह ठीक नहीं है। सप्रगं की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी के भी ग्रह योग ठीक नहीं है और काँग्रेस के महासचिव राहुल गाँधी के योग भी ठीक नहीं है। इन सबके जन्म के समय कहीं ना कहीं शनि-मंगल का दृष्टि संबंध रहा है।

उपरोक्त ग्रह जब इन प्रमुख राजनेताओं की कुंडलियों में है, तो ये राज्य शासन कैसे चलाएँगे ये सभी जानते है। जब तक राहु नीच का रहेगा तब तक महँगाई पर रोक की संभावना नहीं है। धनु व वृश्चिक में भी राहु नीच का ही माना जाता है। जनता को अगले गणतंत्र दिवस तक भी राहत मिल जाए तो खुशकिस्मती ही समझना चाहिए।