शुक्रवार, 27 सितम्बर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. सेहत
  3. आहार
  4. These food items make more gas
Written By

पेट में बहुत जल्दी गैस बना देती हैं ये 4 प्रकार की दालें, खाने से पहले जान लें

पेट में बहुत जल्दी गैस बना देती हैं ये 4 प्रकार की दालें, खाने से पहले जान लें - These food items make more gas
Not To Eat In Gastric Problem: आजकल गैस और एसिडिटी की समस्या आम हो चली है। गैस के कारण और भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे ब्लड प्रेशर की समस्या भी खड़ी हो सकती है। ऐसी कई सब्जियां और दालें हैं जो पेट में गैस बना देती है। इन्हीं में से 5 दालें ऐसी हैं जिन्हें खाने से परहेज करना चाहिए। आओ जानते हैं कि वे कौनसी 4 दालें हैं।
 
1. चला दाल : यह दाल पेट में बहुत जल्दी गैस बनाती है। इसमें हाई फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जिन्हें पचाना बहुत मुश्‍किल होता है। यदि यह समय पर पचते नहीं है तो इसके कारण गैस बनना और पेट फूलने की समस्या हो जाती है। इसे खाने के बाद बेचैनी और घबराहट के साथ ही सूजन जैसे लक्षण हो तो इसे खाने से बचना चाहिए अन्यथा ये गंभीर रोग पैदा कर सकती है।
Gas problem
2. तुअर दाल : तुअर यानी अरहर की दाल भी बहत जल्द गैस बनाती है। यदि इसे खाने से तुरंत गैस बनती हो और पेट फुलने की समस्या हो तो इसका सेवन करना बंद कर दें। 
 
3. उड़द दाल : इस दाल में प्रोटीन और फाइबर होते हैं। सेहत के लिए यह बहुत अच्छी दाल है लेकिन यदि इससे गैस बनती हो और पेट फूलने की समस्या हो तो इसका सेवन कम कर देना चाहिए।
 
4. मूंग दाल : इस दाल को यदि अच्छे तरह से गला या पकाकर नहीं खाया जाए तो यह गैस पैदा करके पेट फूलाती है। मूंग की खिचड़ी भी बनती है। इस दाल को खाने से गैस बने तो इसका सेवन कम कर देना चाहिए।  
 
इसके साथ ही फ्राइड फूड, बैंगन, मैदा, खीरा, गोभी, फूलगोभी, सोयाबीन, राजमा, चवला, दूध, चाय, दाल, कॉफी, हरी मटर, मूली, नट्स, पेस्ट्री, बियर और यीस्ट भी गैस बनाते हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि गैस की समस्या बवासीर, वजन कम होना, कब्ज, डायरिया और उल्टी या मतली जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
 
ये भी पढ़ें
Nag panchami Essay in Hindi : नागपंचमी पर हिन्दी निबंध