smoke effect on food health
Side effects of smoked foods: पाक कला अपने आप में एक अलग विधा है। भोजन बनाना और फिर उसे कलात्मक तरीके से परोसना दोनों की एक आर्ट है। आज कल फूड में काफ़ी प्रयोग चलन में हैं। ऐसा ही एक प्रयोग है खाने को स्मोकी इफेक्ट के साथ परोसना।
आपने भी रेस्तरां, बार और लाउंज में ड्रिंक और फूड्स में एक स्मोकी और फॉगी इफेक्ट नोटिस किया होगा। खाने से निकलता धुआं (Smoke effect on food) दिखने में बहुत कूल और different लग सकता है। हो सकता है आपने इसे कभी ट्राई भी किया हो या बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो इसे ट्राई करना चाहते हों। लेकिन जो चीज़ दिखने में लुभावनी हो वह सेहत के लिए भी ठीक हो ये ज़रूरी नहीं। आज इस आलेख में हम आपको बता रहे हैं कि आंखों को लुभाने वाला स्मोकी इफेक्ट क्या आपकी सेहत पर क्या असर डालता है।
बेंगलुरु में कुछ समय पहले 12 साल की एक बच्ची को स्मोकी पान खाने से पेट में काफी दर्द हुआ। हॉस्पिटल जाने पर पता चला कि बच्ची के पेट में छेद हो गया है। वहीँ गुड़गांव के एक रेस्तरां में ड्राई आइस को माउथ फ्रेशनर के तौर पर सर्व किया गया। जिसकी वजह से लोगों में माउथ बर्न और खून की उल्टी होने लगी।
इन सभी घटनाओं को ध्यान में रखकर ड्राई आइस से क्रिएट होने वाले फॉग या स्मोक इफेक्ट के साइड इफेक्ट्स को समझने की ज़रुरत है।
कैसे बनता है ये धुआं
किसी भी डिश के प्रेजेंटेशन में स्मोकी इफेक्ट देने के लिए ड्राई आइस के साथ लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक तरह का केमिकल है और इसका टेंपरेचर 196 डिग्री सेल्सियस होता है। यह केमिकल हमारी स्किन के संपर्क में आने से स्किन सेल्स फौरन फ्रीज हो सकते हैं। जिससे सीरियस कोल्ड बर्न हो सकता है।
खतरनाक बात यह है कि लिक्विड नाइट्रोजन पेट की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचाता है। इससे पेट की लाइनिंग पूरी तरह से डिस्ट्रॉय भी हो सकती है। सिर्फ इतना ही नहीं, इसके कई और गंभीर स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं।
स्मोकी food के सेहत पर इसके दुष्प्रभाव
सीरियस जलन का खतरा
स्मोक को क्रिएट करने में लिक्विड नाइट्रोजन और ड्राई आइस का इस्तेमाल किया जाता है। लिक्विड नाइट्रोजन बहुत ठंडा होता है! अगर इसे ठीक से न संभाला कर इस्तेमाल न किया जाए, तो यह आपकी त्वचा और यहां तक कि आपके इंटरनल ऑर्गन को भी बुरी तरह से जला सकता है। कई लोगों को स्मोकी food खाने या पीने में मुंह में जलन का अनुभव होता है।
2.रेस्पिरेटरी की दिक्कत
स्मोकी इफेक्ट में बनाने वाली वेपर को अंदर लेने से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, खासकर अगर आपको अस्थमा या अन्य किसी भी प्रकार की रेस्पिरेटरी समस्या है। इसलिए अपनी सेहत को प्राथमिकता दें, और कुछ भी नया ट्राई करने के पहले उसकी पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।
3.अंदरूनी अंगों के लिए ख़तरा
लिक्विड नाइट्रोजन तेज़ी से फैलता है, जो आपके शरीर के अंदरूनी ऑर्गन के लिए खतरनाक हो सकता है। विशेष रूप से यह पाचन क्रिया और आपके पेट के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। अगर इसे गलत तरीके से निगला जाए, तो यह टिश्यू और ऑर्गन को नुकसान पहुंचा सकता है।
4.छिपे हुए एडिटिव्स
कुछ स्मोकी खाद्य पदार्थों में ऐसे एडिटिव्स होते हैं, जिन्हें हमेशा लेबल नहीं किया जाता है। केमिकल्स के साथ किसी भी प्रोडक्ट को ऐड करने से पहले पूरे रिसर्च की आवश्यकता होती है, परंतु जरूरी नहीं की हर जगह यह मुमकिन हो, इसलिए खुदको प्रोटेक्ट करना आपकी जिम्मेदारी है। इस प्रकार के देश आपके पाचन क्रिया को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही साथ शरीर के अन्य अंगों पर भी साइड इफेक्ट देखने को मिलता है।
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