Weakness in hands in Hindi: आज के समय में ज्यादातर लोग कंप्यूटर, मोबाइल और बैठकर लंबे समय तक काम करने वाली दिनचर्या में व्यस्त हैं। ऐसे में जब हाथों में कमजोरी या सुन्नपन महसूस होता है तो हम इसे नजरअंदाज कर देते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि हाथों की यह वीकनेस किसी गंभीर हेल्थ इशू का संकेत भी हो सकती है? कई बार यह सिर्फ थकान नहीं बल्कि नसों की समस्या, विटामिन की कमी, ब्लड सर्कुलेशन में बाधा या मांसपेशियों की कमजोरी का इशारा होता है। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि हाथों में वीकनेस क्यों होती है, इसके पीछे के कारण क्या हैं और आप इससे राहत पाने के लिए क्या कर सकते हैं।
हाथों में कमजोरी के आम कारण
हाथों में कमजोरी कई कारणों से हो सकती है। यह अचानक भी आ सकती है और धीरे-धीरे भी बढ़ सकती है। नीचे कुछ आम कारण दिए गए हैं:
1. थकान
कई बार हम लगातार हाथों से काम करते रहते हैं, जैसे- टाइपिंग, मोबाइल चलाना, माउस क्लिक करना, भारी वजन उठाना आदि। इससे मांसपेशियों पर तनाव बढ़ता है और हाथों में थकान व वीकनेस महसूस होती है।
2. नर्व कंप्रेशन (स्नायु पर दबाव)
जब नस पर दबाव पड़ता है, जैसे कार्पल टनल सिंड्रोम में होता है, तो उंगलियों और हाथों में सुन्नपन और कमजोरी हो सकती है। यह खासतौर पर उन लोगों में देखा जाता है जो लंबे समय तक हाथों का एक ही तरह से उपयोग करते हैं।
3. विटामिन की कमी
विटामिन B12 की कमी से शरीर की नसें प्रभावित होती हैं और हाथों-पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन और कमजोरी महसूस हो सकती है। इसके साथ ही विटामिन D और आयरन की कमी से भी मांसपेशियों में कमजोरी आती है।
4. ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट
अगर हाथों तक पर्याप्त खून नहीं पहुंचता है तो वहां ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे हाथ कमजोर महसूस होते हैं।
5. डायबिटीज या थायरॉइड
डायबिटीज और हाइपोथायरॉइडिज्म जैसी बीमारियों से नसों की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। इससे हाथों की पकड़ कमजोर हो सकती है या हाथ कांप सकते हैं।
हाथों की कमजोरी को नजरअंदाज न करें, जानिए कब डॉक्टर को दिखाना जरूरी है: कई बार हाथों की कमजोरी सामान्य होती है, लेकिन अगर ये लगातार बनी रहे या किसी और लक्षण के साथ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
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अगर हाथ सुन्न हो जाएं या झनझनाने लगें
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अगर किसी एक हाथ या उंगलियों में लगातार कमजोरी हो
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अगर हाथों से चीजें बार-बार गिरने लगें
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अगर हाथों को हिलाने या उठाने में दर्द हो
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अगर कमजोरी के साथ चक्कर, बोलने में परेशानी या चलने में कठिनाई हो
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ये लक्षण न्यूरोलॉजिकल या हार्ट से जुड़ी समस्या की ओर इशारा कर सकते हैं।
हाथों की कमजोरी से राहत पाने के घरेलू उपाय
अगर आपकी समस्या शुरुआती स्टेज में है और किसी गंभीर बीमारी से नहीं जुड़ी है, तो कुछ घरेलू और लाइफस्टाइल उपायों से आप काफी हद तक आराम पा सकते हैं।
1. हाथों की स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज
हल्के स्ट्रेचेस करें ताकि नसों में ब्लड फ्लो बना रहे। फिस्ट क्लोजिंग एक्सरसाइज करें, मुट्ठी बंद करें और खोलें, दिन में कई बार। टेनिस बॉल से स्क्वीजिंग एक्सरसाइज करें, इससे पकड़ मजबूत होगी।
2. गर्म पानी से सिकाई
एक बर्तन में गुनगुना पानी लें और उसमें हाथ कुछ देर डुबोएं। इससे मांसपेशियों को आराम मिलेगा और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा।
3. डाइट सुधारें
विटामिन B12 के लिए दूध, दही, अंडा और फोर्टिफाइड सीरियल लें। विटामिन D के लिए सुबह की धूप में कुछ मिनट बिताएं या डॉक्टर से सप्लीमेंट्स के बारे में पूछें। आयरन, मैग्नीशियम और कैल्शियम युक्त आहार लें।
4. हैंड मसाज
सरसों या नारियल तेल से हल्के हाथों से मसाज करें। इससे नसों में ब्लड फ्लो सुधरता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है।
5. सही पोजिशन में काम करें
अगर आप ऑफिस में काम करते हैं तो बैठने की मुद्रा और हाथों का इस्तेमाल करने का तरीका सही रखें। कुर्सी और टेबल की ऊंचाई बैलेंस में होनी चाहिए।
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