Miscarriage Causes And Prevention
Miscarriage Causes And Prevention : गर्भधारण एक अद्भुत अनुभव होता है, लेकिन कई बार यह खतरे और चिंताओं से भी भरा होता है। मिसकैरेज, यानी गर्भावस्था का स्वतः समाप्त हो जाना, एक ऐसी घटना है जो कई महिलाओं को प्रभावित करती है। हालांकि मिसकैरेज के कई कारण हो सकते हैं, कुछ सेहत से जुड़ी गलतियां भी इस खतरे को बढ़ा सकती हैं।
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1. धूम्रपान:
2. शराब का सेवन:
गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन बेहद खतरनाक है। यह बच्चे में फीटल अल्कोहल सिंड्रोम (FAS) का खतरा बढ़ाता है, जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करता है। शराब का सेवन मिसकैरेज का खतरा भी बढ़ाता है।
3. कैफीन का अधिक सेवन:
कैफीन का अधिक सेवन भी मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकता है। गर्भावस्था के दौरान कैफीन का सेवन प्रतिदिन 200 मिलीग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।
4. अनियंत्रित मधुमेह:
गर्भावस्था के दौरान अनियंत्रित मधुमेह भी मिसकैरेज का खतरा बढ़ाता है। मधुमेह से बच्चे का विकास प्रभावित होता है और जन्म के समय कई जटिलताएं हो सकती हैं।
5. उच्च रक्तचाप:
गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप भी मिसकैरेज का खतरा बढ़ाता है। यह बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकता है और जन्म के समय कई जटिलताएं हो सकती हैं।
6. थायराइड की समस्याएं:
थायराइड की समस्याएं भी गर्भावस्था के दौरान मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकती हैं। थायराइड हार्मोन गर्भावस्था के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और इसकी कमी या अधिकता से कई समस्याएं हो सकती हैं।
7. संक्रमण:
गर्भावस्था के दौरान कुछ संक्रमण भी मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकते हैं। इनमें टॉक्सोप्लाज्मोसिस, रूबेला, साइटोमेगालोवायरस और हर्पीज सिम्प्लेक्स जैसे संक्रमण शामिल हैं।
8. कुछ दवाओं का सेवन:
गर्भावस्था के दौरान कुछ दवाओं का सेवन भी मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
9. तनाव:
अत्यधिक तनाव भी गर्भावस्था के दौरान मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकता है। तनाव से शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे गर्भावस्था प्रभावित हो सकती है।
10. उम्र:
महिलाओं की उम्र भी मिसकैरेज के खतरे को प्रभावित करती है। 35 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में मिसकैरेज का खतरा अधिक होता है।
मिसकैरेज एक दर्दनाक घटना है, लेकिन कई बार इसे रोका जा सकता है। अपनी सेहत का ध्यान रखना और गर्भावस्था के दौरान कुछ गलतियों से बचना मिसकैरेज के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर से नियमित जांच कराना और उनकी सलाह का पालन करना भी बेहद जरूरी है।
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