गुजरात में 63 से 65 फीसदी मतदान
गुजरात में रविवार को विधानसभा के दूसरे चरण के मतदान के पूरा होने के साथ राज्य में बनने वाली नई सरकार का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया। दूसरे चरण में राज्य के उत्तरी और मध्य जिले में 95 सीटों पर करीब 63 से 65 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।राज्य में दो चरणों में हुए चुनाव की मतगणना 23 दिसंबर को होगी जिसके नतीजे राज्य में बनने वाली नयी सरकार और उसके स्वरूप का निर्धारण करेंगे। सत्तारूढ़ भाजपा और विरोधी कांग्रेस दोनों ने ही राज्य में अपनी सरकार बनने का दावा किया है।दूसरे चरण में आज 95 सीटों पर 599 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करीब 1.87 करोड़ मतदाताओं ने किया। इन उम्मीदवारों में 31 महिलाएँ भी शामिल हैं। इस चरण में भाजपा के 95, कांग्रेस के 90, राकांपा के चार और लोजपा का एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। पहले चरण में 87 सीटों पर 11 दिसंबर को वोट डाले गये थे।इस दौर में राज्य के उस इलाके में वोट पड़े जहाँ 2002 में सांप्रदायिक दंगों की विभीषिका दिखी थी। इनमें पंचमहल जिले का गोधरा भी शामिल है, जो इसका केंद्र था और यहाँ 53 से 55 प्रतिशत मतदान हुआ।चुनाव उपायुक्त जयप्रकाश ने नई दिल्ली में कहा कि चुनाव मोटे तौर पर शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा तथा राज्य में किसी भी जगह से कोई बड़ी घटना की सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा कि मतदान पूरे दिन तेज रहा और लोगों को शाम पाँछ बजे के बाद भी कतारों में खड़ा देखा गया। हिंसा और फर्जी मतदान की कुछ घटनाओं के अलावा उत्तर और मध्य गुजरात में मतदान शांतिपूर्ण रहा। इन क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और राज्य पुलिस के छह हजार जवानों ने कड़ी निगरानी रखी।दूसरे चरण में भाजपा के महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में प्रदेश के राजस्व मंत्री कौशिक पटेल, स्वास्थ्य मंत्री अशोक भट्ट, गृह राज्यमंत्री अमित शाह, शिक्षामंत्री आनंदी बेन पटेल और विपुल चौधरी प्रमुख हैं। कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरि अमीन, उदयसिंह बैरिया और बलवंतसिंह राजपूत शामिल हैं। पाँच हजार से अधिक पर्यवेक्षकों को महत्वपूर्ण क्षेत्रों में तैनात किया गया था तथा संवेदनशील क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई जिसमें छह हजार वीडियो कैमरों का इस्तेमाल किया गया।लिमडी में फर्जी मतदान के चार मामले दर्ज किए गए और मतदान केंद्र के दो सौ मीटर के दायरे के भीतर प्रचार करने के लिए एक चुनाव एजेंट पर जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 135 के तहत मामला दर्ज किया गया। उत्तर और मध्य गुजरात के 25 हजार 545 मतदान केंद्रों पर हुआ मतदान कमोबेश शांतिपूर्ण रहा। हालाँकि कुछ जगहों पर पथराव की घटनाएँ हुईं और कुछ जगहों पर मतदाता सूची में नाम न होने और ईवीएम में गड़बड़ी होने की शिकायतें मिलीं। 182 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी दल को बहुमत के लिए कम से कम 92 सीटें चाहिए। गोधरा से भाजपा उम्मीदवार प्रभातसिंह चौहान की उस समय कुछ लोगों से झड़प हो गई, जब वह गोधरा नगर के अल्पसंख्यक बहुल इलाके में स्थिति बूथ संख्या 58 और 59 का दौरा करने गए। वडोदरा जिले के सावली क्षेत्र से भी पथराव की घटना की सूचना मिली है, जहाँ कुछ अज्ञात लोगों ने तंदाव गाँव में भाजपा के कार्यकर्ताओं को ले जा रही एक कार पर पथराव किया।कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा दोनों ने राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल करने और अगली सरकार बनाने का दावा किया है। जिन क्षेत्रों में दूसरे चरण के दौरान वोट डाले गए वे 2002 के दंगों में सर्वाधिक प्रभावित हुए थे। सरदार पटेल उत्कर्ष समिति का विज्ञापन : गुजरात चुनाव के मद्देनजर रविवार को सरदार पटेल उत्कर्ष समिति ने 'संदेश' अखबार में दो विज्ञापन प्रकाशित किए हैं। इस विज्ञापन के एक चित्र में लालकृष्ण आडवाणी विशेष तरह की मुस्लिम टोपी पहने दिखाई दे रहे हैं जबकि दूसरे चित्र में नरेन्द्र मोदी को जूते पहने आरती करते हुए दिखाया गया है। यह विज्ञापन यहाँ पर विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है।