भाजपा के साथ अपनी नाराजगी का इजहार करने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता तथा गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने राज्य में जारी विधानसभा चुनाव में मतदान से दूर ही रहने का फैसला किया है।
राजकोट द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र के पंजीकृत मतदाता केशुभाई अपना वोट डालने के लिए मतदान केन्द्र भी नहीं गए। उनके करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पार्टी नेतृत्व को अपनी नाराजगी दिखाने के लिए उन्होंने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है।
राजकोट-2 ही वह सीट है, जहाँ से राज्य के वित्तमंत्री वजूभाई वाला भी भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। यहाँ गुजरात विधानसभा के पहले चरण के तहत मतदान हो रहा है।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के कट्टर आलोचक तथा भाजपा में बगावती आंदोलन के पीछे मुख्य प्रेरणास्रोत रहे केशुभाई ने पहले ऐलान किया था कि वह इस वर्ष के चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार नहीं करेंगे।
राज्य में असंतुष्ट आंदोलन के पीछे रहे केशुभाई ने राज्य में चुनाव की घोषणा होने के बाद सार्वजनिक रूप से मोदी के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया है।
पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए भाजपा विद्रोही अपने लिए वोट जुटाने के मकसद से केशुभाई की छवि तथा उनके खिलाफ की गयी टिप्पणियों को भुना रहे हैं। गुजरात चुनाव से पूर्व विभिन्न स्थानीय दैनिकों में कई विज्ञापन प्रकाशित हुए जिनमें केशुभाई तथा उनकी मोदी विरोधी टिप्पणियों को दर्शाया गया था।