Last Modified: नई दिल्ली ,
रविवार, 8 दिसंबर 2013 (21:31 IST)
शीला दीक्षित का किला ध्वस्त करके दिखाया केजरीवाल ने
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नई दिल्ली। अपने आक्रामक राजनीतिक रवैए के कारण विख्यात अरविन्द केजरीवाल ने अपने नए राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव में शीला दीक्षित को न केवल राज्य की सत्ता से बाहर किया बल्कि उन्हीं के चुनाव क्षेत्र से उन्हें हराकर अपने पक्ष में एक नई जमीन तैयार कर ली है।
इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद नौकरशाही में गए और बाद में राजनीति में उतरे केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एवं भाजपा कोई हैसियत नहीं रखने वाला फैक्टर बताकर खारिज कर रही थी। लेकिन उन्होंने शीला दीक्षित के 15 साल के शासन को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केजरीवाल ने शीला को व्यक्तिगत रूप से भी क्षति पहुंचाई क्योंकि उन्होंने निवर्तमान मुख्यमंत्री को उन्हीं के चुनाव क्षेत्र.नई दिल्ली सीट पर 25864 मतों के भारी अंतर से हराया।
भारतीय राजस्व सेवा के 45 वर्षीय इस इस पूर्व अधिकारी को कई बार राजनेताओं के कटाक्ष का सामना करना पड़ रहा था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने उन्हें चुनौती दी थी कि वह बाहर से राजनीतिक व्यवस्था की आलोचना करना बंद करें और यदि साहस हैं तो इसमें शामिल होकर इसका शुद्धिकरण करें।
पिछले एक वर्ष में केजरीवाल ने भ्रष्टाचार, बिजली एवं पानी की दरों में भारी वृद्धि, महिलाओं की सुरक्षा जैसे विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस एवं भाजपा दोनों पर तमाम आरोप लगाए और दोनों ही बड़े राजनीतिक दलों के वोट बैंक में भारी सेंध लगाई। (भाषा)