नोटबंदी : विपक्ष में किसने क्या कहा...
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ऐसा नहीं है कि नोटबंदी के फैसले पर सरकार को सिर्फ सराहना ही मिली है। विपक्षी पार्टियों समेत कुछ अर्थशास्त्रियों ने सरकार के इस फैसले की आलोचना की है।
* अर्थशास्त्री अभिरूप सरकार के अनुसार वास्तविकता में विमुद्रीकरण की इस प्रक्रिया से कालेधन की समस्या दूर होगी, गलत साबित होगी।
* अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कहा कि सरकार का जीएसटी का कदम बढ़िया है, पर विमुद्रीकरण के लिए उठाया गया कदम बुरा।
* अर्थशास्त्री सौमित्र चौधरी के कहा कि सरकार के इस कदम से 13 लाख करोड़ रुपए बाहर आ सकेंगे। इससे आम लोगों की दिक्कतें बहुत बढ़ गई हैं। बैंक में खाता खुलवाते समय एक कांट्रेक्ट किया जाता है कि ग्राहक जब चाहें अपना पैसा खाते से निकाल सकते हैं। नोटबंदी की घोषणा के बाद यह कांट्रेक्ट टूटा है और जिसके चलते आप लोगों का भरोसा बैंकिंग से टूटा है।
* दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजग के सहयोगी दल शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल ने भी नोटबंदी का विरोध किया है। केजरीवाल ने तो मोदी पर आठ लाख करोड़ के घोटाले का भी आरोप लगा दिया। केजरीवाल ने कहा कि 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने की वजह से देश भर में नकदी को लेकर अव्यवस्था फैली हुई है। लोगों के पास रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीदने के लिए भी पैसा नहीं है।
* एक ओर नोट बंदी के फैसले को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायवती ने इसे आर्थिक आपातकाल कहा जो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कालेधन से मंदी के दौर में अर्थव्यवस्था अच्छे से संचालित होती है। मोदी को करार में लगे लोगों के दुख को समझना चाहिए।
* राहुल गांधी ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि बड़े लोग तो कतार में लगे ही नहीं है। कतार में लगे लोगों में अब तक 18-20 लोग मर चुके हैं इसका जिम्मेदार कौन है।
* पटना से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा नोटबंदी के फैसले पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने अभी जिन राहतों का ऐलान किया है, वह पहले दिन ही होना चाहिए था। हालांकि सिन्हा नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया है।