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Written By अवनीश कुमार
Last Updated : सोमवार, 1 जून 2020 (19:18 IST)

Ground report : कानपुर की सड़कों पर सोशल डिस्टेंसिंग बना मजाक

Ground report : कानपुर की सड़कों पर सोशल डिस्टेंसिंग बना मजाक - Social distancing became a joke on the streets of Kanpur
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना महामारी के चलते 68 दिन के बाद कानपुर की सड़कों पर चहल-पहल देखने को मिली और जिला प्रशासन से मिली छूट के बाद पूरे कानपुर शहर में गाइडलाइन के अनुसार मोहल्ले से लेकर शहर के मुख्य बाजारों को खोला गया, जहां पर सुबह से ही ग्राहकों की रौनक दिखने लगी लेकिन दूसरी तरफ सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक भी खूब बना और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही।
 
कानपुर शहर में कुछ जगहों को छोड़कर कल्याणपुर, स्वरूप नगर, माल रोड जगहों पर किसी भी प्रकार से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नजर नहीं आए चौराहों पर मुस्तैदी से खड़ी कानपुर पुलिस सिर्फ मूकदर्शक बनी यह सब देखती रही लेकिन वहीं कुछ ऐसे लोग भी थे, जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नजर भी आए और फजलगंज गोविंद नगर इत्यादि जगहों पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घरों से निकल भी रहे थे। 
 
कई जगहों पर पुलिस लोगों को जागरूक भी कर रही थी। जबकि केंद्र सरकार की तरफ से महामारी से और सजग रहने की बात कही गई है और उसी के हिसाब से गाइडलाइन तैयार करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बंदिशों पर कमी करते हुए एक निश्चित समय के लिए दुकान खोलने के निर्देश दिए हैं और स्पष्ट आदेश है की हर एक व्यक्ति को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलना है। 
लेकिन 68 दिन के बाद पाबंदी से मिली मोहलत की खुशी कानपुर के लोगों में कुछ इतनी ज्यादा थी कि वह यह भूल गए कि अभी भी वह कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं जबकि उत्तर प्रदेश में करोना महामारी का संक्रमण आगरा, लखनऊ व कानपुर में अन्य जिलों के मुकाबले अधिक संख्या में संक्रमित मरीज पाए गए थे।
 
सरकार की तरफ से मिली मोहलत व सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कानपुर के राहुल सविता व उनकी पत्नी मोहिना ने वेबदुनिया के संवाददाता को बताया कि यह बेहद खुशी की बात है कि 68 दिन के लंबे इंतजार के बाद हम लोगों को घर से निकलने का मौका मिला है लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं, जो बिना मास्क के कानपुर की सड़कों पर घूम रहे हैं। यह हमारे लिए खतरा है। कानपुर पुलिस को इन सभी के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की गलतियों की सजा सभी को उठानी पड़ती है, इसलिए सरकार से हम दोनों लोग अपील करना चाहते हैं कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है लेकिन कानपुर में बहुत से लोग हैं जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके लिए पुलिस को सख्त कदम उठाते हुए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा जो छूट मिली है, इसका हमें फायदा उठाना चाहिए और नियमों का पालन करते हुए हम सभी को आगे बढ़ना चाहिए।
 
कपड़ा व्यापारी रामकुमार और धीरेंद्र ने खुशी जाहिर करते हुए सरकार को धन्यवाद कहा और कहा कि असमंजस में हम सभी का व्यापार आकर खड़ा हो गया था, अब उम्मीद है कि व्यापार को हम दोबारा से खड़ा कर सकेंगे। लेकिन जब बाजार में व्यापारियों व ग्राहकों के द्वारा सोशल डिस्टेंस को ना मानने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा जो नहीं मान रहे हैं, वह अपनी ही जीवन खतरे में डाल रहे हैं।
 
हम तो सिर्फ इतना कहेंगे जो भी हमारे व्यापारी भाई हैं, वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें जिससे कि इस महामारी को और बढ़ावा ना मिले और जो सुविधाएं व छूट हमें मिली हैं, उन सभी बातों को ध्यान रखते हुए हम सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। 
बाकी रही ग्राहकों की बात तो व्यापारियों ने कहा कि हम लोग विचार कर रहे हैं कि जो ग्राहक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करेगा, बिना मास्क के सामान खरीदने आएगा उसे वापस कर दिया जाए।

उन्होंने कहा कि इसको लेकर व्यापार मंडल से भी वह लोग बातचीत करेंगे। बताते चलें कि कोरोना महामारी के संक्रमित मरीजों की संख्या बड़ी तादाद में कानपुर में मिले थे और आज भी 56 मरीज करोना से संक्रमित है और उनका इलाज कानपुर में चल रहा है।