हैरी पॉटर एंड द डैडली हॉलोज : फिल्म रिव्यू
इंतजार की घड़ियाँ खत्म हुई और एक बार फिर परदे पर हमारे चहेते हैरी, रॉन और हरमाइनी एक अनिश्चित सफर पर निकल पड़े है। इस बार हैरी और उसके दोस्तों को हॉगवर्ड की जादुई दुनिया के जाने-पहचाने माहौल के बजाए निष्ठुर दुनिया में शैतान जादूगर वॉल्डमोर्ट और उसके दुष्ट सहयोगियों का मुकाबला करना है। फिल्म के निर्देशक डेविड यॉट्स ( जिन्होने हैरी पॉटर सिरीज की 5 और 6 का भी निर्देशन किया था) ने इस बार भी ग्रेंड फिनाले की पहली किस्त का सफल निर्देशन किया है। डेविड ने पिछले भागों की अप्रत्याशित घटनाओं को इस भाग में इतनी अच्छी तरह पिरोया है कि दर्शकों के जेहन में उन घटनाओं की याद ताजा हो जाती है। ऑस्कर नामित सिनेमेटोग्राफर ड्युराडो सेरा की सिनेमेट्रोग्राफी बहुत ही शानदार बन पड़ी है। कम्प्युटर जनरेटेड इमेज के अलावा भी दुर्गम पहाड़ो, वीरान समुद्र तटों और लंदन की भीड़ भरे दृश्यों से हैरी के कठिन सफर को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया है। फिल्म का टोन थोड़ा डार्क शेड लिए है जिस वजह से इसे सिनेमा हॉल में ही देखना ज्यादा मुफीद है। सेरा ने इसके पहले कभी भी हैरी पॉटर सिरीज में काम नहीं किया था। सातवें भाग की पहली किश्त कि शुरुआत होती है हाफ ब्ल्ड प्रिंस (प्रोफेसर स्नाइप) द्वारा डम्बलडोर को मारने के बाद हैरी पॉटर द्वारा जादुई स्कूल हॉगवर्ड छोड़ शैतान जादूगर लार्ड वॉल्डमोर्ट को मारने के लिए रॉन और हरमाइनी के साथ एक ऐसे सफर पर निकलने से जिसमें हैरी या वॉल्डमोर्ट में से कोई एक ही जिंदा रह सकता है।
जादू मंत्रालय पर काबिज हो चुके वॉल्डमार्ट ने अमरता पाने के लिए अपनी आत्मा कई हिस्सों में होर्क्रुक्स में बाँट दी है। उसे मारने के लिए हैरी और उसके साथियों को सभी होर्क्रुक्स को ढूँढ कर नष्ट करना है। इस खोज में हैरी को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और तभी उसे पता चलता है डेथली हॉलोज का रहस्य। डेथली हॉलोज को बनाने के लिए तीन चीजों की जरूरत पड़ती है, जिसे पाने के लिए हैरी और वॉल्डमोर्ट बेताब है। कौन पहले इन चीजों को पाता है यह फिल्म के दूसरे भाग में पता चलेगा।