शूट से पहले लक्ष्मण को गुस्सा दिलाते थे रामानंद सागर, सुनील लहरी को मानते थे अपना छठा बेटा
कोरोना वायरस के कहर के चलते देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस वजह से सभी लोग अपने घरों में कैद है। लोगों का मनोरंजन करने के लिए दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण किया जा रहा है। इस धारावाहिक को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। रामायण के दोबारा प्रसारण के साथ ही इससे जुड़े कई दिलचस्प किस्से भी सामने आ रहे हैं।
यूं तो रामायण का हर किरदार खास है, लेकिन राम-लक्ष्मण के किरदार को लोग आज भी नहीं भूला पाए हैं। रामायण में लक्ष्मण का किरदार सुनील लहरी ने निभाया था। रामायण में लक्ष्मण का किरदार बेहद दिलचस्प माना जाता है। आज्ञाकारी और बड़े भाई के लिए पूरी तरह समर्पित लक्ष्मण को अपने तीखे गुस्से के लिए भी पहचाना जाता है।
लक्ष्मण के किरदार के लिए सुनील लहरी को ऐसे ही भावों को उभारना था। खबरों के अनुसार सुनील लहरी ने कि उनके किरदार की कामयाबी का सारा श्रेय निर्देशक रामानंद सागर को जाता है, जिन्होंने उनकी चरित्र की ख़ूबियों को उभारने में मदद की।
सुनील लहरी ने बताया कि रामानंद सागर कई बार शूट में इतना खो जाते थे कि लंच ब्रेक भूल जाते थे। उस वक़्त यंग होने की वजह से सुनील को लंच मिस होने पर बहुत गुस्सा आता था और रामानंद सागर उनके इस गुस्से को शूटिंग के दौरान भुनाते थे। सुनील कहते हैं कि रामानंद सागर उन्हें जानबूझकर गुस्सा दिलाते थे, ताकि सीन में लक्ष्मण के किरदार के लिए उसका इस्तेमाल कर सकें।
रामानंद सागर से खट्टी-मीठी रिलेशनशिप होने की वजह से वो सुनील को अपना छठा बेटा कहते थे। बता दें कि रामायण में लक्ष्मण का रोल पहले संजय जोग को दिया गया था लेकिन वो अपने निजी कारणों से शो को ज्यादा समय नहीं दे सकते थे इसलिए उन्हें भरत का किरदार दिया गया।