मलयालम फिल्म 'जलीकट्टू' ऑस्कर 2021 में करेगी भारत का प्रतिनिधित्व
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25 अप्रैल 2021 को लॉस एंजेलिस में होने वाले 93वें ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भारत की ओर से मलयालम फिल्म 'जलीकट्टू' को आधिकारिक एंट्री घोषित किया गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की 14 सदस्यों की एक कमेटी ने डायरेक्टर लिजो जोस पेलीसरी की इस फिल्म को चुना है।
जलीकट्टू बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। भारत की ओर से ऑस्कर में जाने के लिए जलीकट्टू के अलावा कई और फिल्में भी रेस में थीं। जलीकट्टू को 27 फिल्मों में से चुना गया है। फेडरेशन के जूरी बोर्ड चेयरमैन राहुल रवैल ने घोषणा करते हुए कहा कि यह एक ऐसी फिल्म है जो वास्तव में उन समस्याओं को सामने लाती है जो इंसानों में हैं।
उन्होंने कहा, पेलीसरी बहुत बेहतरीन डायरेक्टर हैं, जिन्हें अंगमाली डायरीज, इआ, मा याऊ के लिए जाना जाता है। उनकी फिल्म जलीकट्टू ऐसी फिल्म है जिस पर देश को गर्व होना चाहिए।
जलीकट्टू का प्रीमियर सबसे पहले 6 सितंबर 2019 को टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में किया गया था जहां इसकी काफी तारीफ हुई थी। इसके बाद 4 अक्टूबर 2019 को इसे केरल राज्य में रिलीज किया गया था। यह फिल्म बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित की गई थी। 50वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में इस फिल्म के डायरेक्टर लिजो जोस पेल्लिसेरी को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला था।
ऑस्कर में भेजने के लिए हिन्दी, उड़िया, मराठी और अन्य भाषाओं की कुल 27 फिल्मों के बीच मुकाबला था। इनमें मेघना गुलजार की छपाक, शूजित सरकार की गुलाबो सिताबो, सफदर रहना की चिप्पा, हंसल मेहता की छलांग, चैतन्य ताम्हणे की द डिसाइपल, विधु विनोद चोपड़ा की शिकारा, अनंत महादेवन की बिटरस्वीट, रोहेना गगेरा की इज लव इनफ सर, गीतू मोहनदास की मूथॉन, नीला माधब पांडा की कलिरा अतिता, अनविता दत्त की बुलबुल, हार्दिक मेहता की कामयाब और सत्यांशु-देवांशु की चिंटू का बर्थडे भी शामिल थी।