क्या देश में सुरक्षित नहीं हैं अल्पसंख्यक? जॉन अब्राहम ने दिया करारा जवाब
बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम इन दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म 'द डिप्लोमैट' को लेकर सुर्खियों में हैं। वास्तविक जीवन की राजनीतिक घटनाओं की पृष्ठभूमि पर आधारित, यह फिल्म कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जटिल दुनिया में उतरती है। इसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
इसी बीच जॉन अब्राहम अपने एक इंटरव्यू को लेकर चर्चा में आ गए हैं। एक्टर ने दे में माइनॉरिटी की सुरक्षा को लेकर अपनी राय जाहिर की है। जॉन अब्राहम खुद अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
टाइम्स नाउ संग इंटरव्यू के दौरान जॉन अब्राहम से पूछा गया कि क्या अल्पसंख्यक होने के नाते उन्हें भारत में असुरक्षित महसूस होता है? इस पूरी बहस पर उनका क्या कहना है? इस पर उन्होंने कहा, वह एक अल्पसंख्यक समुदाय से हैं, जिससे किसी को कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय होने पर गर्व है।
जॉन ने कहा, शायद मैं एक एक्टर हूं, लोग बहस करते और कहते हैं, अरे, सुनो, सुनो, तुम एक एक्टर हो। तुम्हें पता है, लोग शायद तुम्हें पसंद करेंगे या किसी अन्य कारण से नापसंद करेंगे। लेकिन मैं अल्पसंख्यक हूं। मेरी मां एक पारसी है। मेरे पिता एक सीरियाई ईसाई हैं। और मैंने अपने देश में जितना सुरक्षित महसूस किया है, उतना पहले कभी नहीं किया।
उन्होंने कहा, मुझे अपने देश से प्यार है और मैं इसमें बहुत सुरक्षित महसूस करता हूं। इसलिए, जो लोग इसे सूली पर चढ़ाने के बहाने के रूप में इस्तेमाल करते हैं - मेरा मतलब है, मैं इसका जीता जागता उदाहरण हूं। शायद, मैं एक अल्पसंख्यक समुदाय से आता हूं, जिससे किसी को कोई समस्या नहीं है।
जॉन ने कहा, मुझे नहीं पता... पारसियों से किसे समस्या होगी? अपने बारे में बात करते हुए, मैं इस देश में बहुत सुरक्षित महसूस करता हूं और मुझे भारतीय होने पर बहुत अच्छा लगता है। मुझे यह भी लगता है कि शायद मुझसे ज़्यादा भारतीय कोई नहीं है। मेरे कंधे पर एक चिप है जहां मुझे लगता है कि मैं हर जगह भारतीय झंडा लेकर चलता हूं।