एजाज खान का रियलिटी शो 'हाउस अरेस्ट' अपने अश्लील कंटेंट की वजह से विवादों में घिरा हुआ है। विवाद के बाद इस शो को ULLU एप से हटा दिया गया है। वहीं शो के मेकर्स और एजाज खान पर एफआईआर भी दर्ज हुई है। वहीं अब इस शो की एक कंटेस्टेंट रहीं मुस्कान अग्रवाल ने विवाद पर चुप्पी तोड़ी है।
'हाउस अरेस्ट' को उसके बोल्ड कंटेंट के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा, लेकिन मुस्कान का कहना है कि यह ग़लत है और बेवजह है। इसमें कुछ भी गलत या अनैतिक नहीं दिखाया गया। सबको पता है कि ULLU एक 18+ ऐप है। जो कंटेंट दिखाया गया, वो उसी कैटेगरी में आता है।
मुस्कान ने कहा, किसी का शरीर खुलकर नहीं दिखाया गया। सभी प्रतिभागियों को पहले से बता दिया गया था कि उन्हें स्किन कलर के कपड़े, ट्यूब ब्रा, स्किन कलर साइक्लिंग शॉर्ट्स और सिलिकॉन कवर पहनने होंगे। सबको पूरी जानकारी थी।
जब मुस्कान से पूछा गया कि शो को हटाना कितना सही है, तो उन्होंने कहा, मुझे यह फैसला बिल्कुल पसंद नहीं आया। यह शो पेवॉल के पीछे था—लोगों को सब्सक्राइब करके देखना पड़ता था, ये फ्री में सबके सामने नहीं था। और सबको पता है कि यह सिर्फ 18+ के लिए है। अगर यह सबके लिए फ्री में होता, तो बात अलग होती। लेकिन इस केस में यह नाराज़गी ग़लत है। औरों के ज़्यादा बोल्ड कंटेंट पर कोई कुछ नहीं कहता, बस इस शो को निशाना बनाया जा रहा है।
मुस्कान ने यह भी कहा कि अगर बोल्डनेस ही मुद्दा है, तो फिर वो एक्ट्रेसेस जो एयरपोर्ट पर रिवीलिंग कपड़े पहनकर खुद ही मीडिया को बुलाती हैं, उन पर कोई सवाल क्यों नहीं उठाता? क्या वो जायज़ है क्योंकि वो ग्लैमर में लिपटा होता है?
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें इस शो का हिस्सा बनने के कारण व्यक्तिगत आलोचना झेलनी पड़ी, तो उन्होंने कहा, हां, समाज जज करता है। लेकिन बोल्डनेस को सिर्फ तब ही क्यों गलत कहा जाता है जब वो ग्लैमराइज न हो? फिल्मों में बिकिनी पहनी जाती है, बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बोल्ड सीन दिखाए जाते हैं। एनिमल फिल्म में त्रिप्ती डिमरी ने इंटीमेट सीन किए, तब किसी ने कुछ नहीं कहा। तो फिर इस शो को ही क्यों टारगेट किया जा रहा है, जो साफ़ तौर पर 18+ है?
मुस्कान ने शो के फार्मेट को लेकर भी कहा, हर कंटेस्टेंट को पहले ही बताया गया था कि टास्क बोल्ड हो सकते हैं। किसी को मजबूर नहीं किया गया। सबने अपनी मर्ज़ी से भाग लिया, क्योंकि सब जीतना चाहते थे। हर सेफ्टी का ध्यान रखा गया। ये कोई शोषण नहीं था, बल्कि एक रियलिटी शो था, जिसमें नियमों के साथ सब कुछ हुआ।
मुस्कान ने जोर देते हुए कहा, अगर कंटेंट जिम्मेदारी से बना हो, व्यस्कों की सहमति से हो और सही उम्र सीमा के साथ प्लेटफॉर्म पर हो—तो फिर दिक्कत क्या है? सोशल मीडिया पर तो उससे भी ज़्यादा गंदा कंटेंट फ्री में तैर रहा है। यहां तक कि रियल लाइफ में भी ट्रूथ एंड डेयर जैसे खेलों में लोग बोल्ड चैलेंज लेते हैं। तब कोई कुछ नहीं कहता।