दीया मिर्जा ने अपनी शादी को इस तरह बनाया खास, नहीं हुई कन्यादान और विदाई की रस्म
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने हाल ही में वैभव रेखी संग शादी रचाई। दीया मिर्जा की शादी कई वजहों से खास है। उनकी वेडिंग सेरिमनीज महिला पुजारी ने करवाई थीं। हालांकि इस शादी में और क्या खास बातें थीं, इस बात का खुलासा अब दीया मिर्जा ने किया है।
दीया मिर्जा ने इंस्टाग्राम पर लंबा पोस्ट लिखकर फैन्स और करीबियों से साझा किया है कि उन्होंने इस शादी को कैसे स्पेशल बनाया। दीया ने बताया कि कैसे उन्होंने यह बात सुनिश्चित की कि उनकी शादी में कोई भी बर्बादी ना हो।
एक्ट्रेस ने लिखा, पिछले 19 सालों से हर सुबह मैं जिस बगीचे में रहती थी, वह एक बिल्कुल जादुई सेटिंग थी और हमारे सरल भावपूर्ण शादी समारोह के लिए सबसे अंतरंग जगह। हम प्लास्टिक या किसी कचरे के बिना पूरी तरह से स्थाई समारोह आयोजित करने पर गर्व करते हैं। न्यूनतम सजावट के लिए जिन चीजों का हम उपयोग करते थे, वह पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल और प्राकृतिक थीं।
दीया मिर्जा ने आगे बताया कि एक महिला पुजारी ने हमारी शादी की रस्में करवाईं। इतना ही नहीं, दीया ने यह भी लिखा कि उन्होंने कन्यादान और बिदाई को ना कहा क्योंकि बदलाव की शुरुआत इसी तरह से किसी के चुनाव करने से शुरू होती है।
दीया के पोस्ट के एक हिस्से में लिखा था, 'शादी करना एक सौभाग्य और खुशी की बात है। हम अपने पूरे दिल से आशा करते हैं कि कई और कपल इस विकल्प को चुनें। प्यार, आश्चर्य, विश्वास किसी महिला की आत्मा में होते हैं। साथ ही जादुई ऊर्जा, कोमलता और जीवन के लिए गहरी सहानुभूति भी।
उन्होंने आगे लिखा, यह महिलाओं के लिए अपनी खुद की एजेंसी, उनकी दिव्यता, उनकी शक्ति और जो कुछ पुराना है, उसे नया रूप देते हुए फिर से परिभाषित करने का समय है। मैं अभी भी इस एक पल के जादू से अभिभूत हूं। इसके अलावा, हमने 'कन्यादान' और 'बिदाई' को ना कहा क्योंकि बदलाव पसंद के साथ शुरू होता है ना?
बता दें कि दीया मिर्जा ने 15 फरवरी को मुंबई बेस्ड बिजनसमैन वैभव रेखी से शादी की है। इससे पहले दीया अपनी सुंदर और सामान्य दुल्हन की पोशाक के लिए सुर्खियों में रही हैं। भारी लहंगे को छोड़कर अभिनेत्री ने लाल रंग की सिल्क की साड़ी पहनने का विकल्प चुना। साथ ही ज्वैलरी के साथ अपने लुक को पूरा किया।