लव होस्टल को बॉबी देओल ने पहली बार में कर दी थी ना, निर्देशक ने तरकीब लगाई और हां कहलवा लिया
लव होस्टल को बॉबी देओल ने पहली बार में कर दी थी ना, निर्देशक ने तरकीब लगाई और हां कहलवा लिया: घर पर बेकार बैठे बॉबी देओल ने जब अपने आपको शराब में डूबो लिया तो धर्मेन्द्र और सनी देओल चिंता में आ गए। बात सलमान खान के कानों तक पहुंची जो देओल परिवार के नजदीकी हैं। सलमान ने अपने स्टारडम का इस्तेमाल करते हुए बॉबी को 'रेस 3' जैसी बड़ी फिल्म दिलवा दी, लेकिन शर्त यह रख दी कि फिट होना पड़ेगा। काम की तलाश में बैठे बॉबी की इस ऑफर से आंखों में चमक आ गई और उन्होंने जिम जाकर पसीना बहाया और शूटिंग शुरू होने के पहले फिट हो गए। फायदा यह मिला कि हाउसफुल 4 में भी वे नजर आएं। फिर आश्रम नामक वेबसीरिज ने तो मानो तहलका मचा दिया। बॉबी की गाड़ी चल निकली। ओटीटी प्लेटफॉर्म का भी सहारा मिल गया।
25 फरवरी को बॉबी की लव होस्टल नामक मूवी ज़ी5 पर स्ट्रीमिंग होगी। ट्रेलर और पोस्टर में अलग ही बॉबी नजर आ रहे हैं। बढ़ी हुई दाढ़ी, बिखरे और बेतरतीब बाल, उम्र से ज्यादा उम्र का किरदार निभा रहे हैं। साथ ही वे विलेन के रोल में हैं और हरियाणवी लहजे में बात कर रहे हैं। बॉबी का किरदार बेहद क्रूर नजर आ रहा है और बॉबी ने अब तक ऐसा किरदार नहीं निभाया है।
आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि रेड चिलीज एंटरटेनमेंट की यह मूवी बॉबी को ऑफर हुई और उन्होंने अपना रोल सुना तो पहली फुर्सत में मना कर दिया। निर्देशक शंकर रमन भी अड़े हुए थे कि फिल्म तो बॉबी के साथ ही बनाऊंगा। उन्होंने अपने लेखकों को फिर से बॉबी का किरदार लिखने को दिया। सेकंड ड्रॉफ्ट सुनते ही बॉबी के मुंह से हां निकला।
अपनी दूसरी पारी में बॉबी इसलिए अच्छा कर पा रहे हैं कि उन्होंने 'हीरो' बनने की जिद छोड़ दी है। वे 'कलाकार' बनने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि बॉबी को कभी भी बहुत अच्छा अभिनेता नहीं माना गया है, लेकिन आश्रम और द क्लास ऑफ 83 जैसी फिल्मों में उनके काम में सुधार नजर आया है और इससे बॉबी का हौंसला भी बढ़ा है।
बॉबी की निगाह अब लव होस्टल पर मिलने वाली प्रतिक्रिया पर लगी हुई है। उनका कहना है कि सभी ने इसमें अच्छा काम किया है, लेकिन अंतिम फैसला तो दर्शक करेंगे। सान्या मल्होत्रा और विक्रांत मैसी जैसे युवा कलाकारों के साथ बॉबी ने काम किया है। ये दोनों कलाकार बॉबी को लेकर उत्सुक थे और बॉबी इन दोनों को लेकर। बॉबी का मानना है कि युवा कलाकारों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है।