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Written By समय ताम्रकर

गोविंदा और मैं काफी अलग हैं : सैफ अली खान

हैप्पी एंडिंग
फिल्म 'हैप्पी एंडिंग' 21 नवम्बर को रिलीज हो रही है जिसमें सैफ अली खान लीड रोल में हैं। पेश है सैफ से बातचीत के मुख्‍य अंश :
 
'हैप्पी एंडिंग' में नया क्या है?
यह फनी फिल्म और युनिवर्सल फिल्म है।
 
'हैप्पी एंडिंग' में काम करने की वजह क्या रही?
इस कथानक में मुझे कम्फर्ट लेवल नजर आया। सच यह है कि मैं खुद को दोहराना नहीं चाहता था। राज डी के ने एक अच्छी कहानी लिखी है। रॉमकॉम कॉमेडी है, पर औरत के नजरिए से नहीं, बल्कि पुरुष के नजरिए से। यह सबसे बड़ा फर्क है। फिल्मकारद्वय राज डी के का सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा है। उन्होंने फिल्म को भी बहुत अलग तरीके से बनाया है। फिल्म में मुख्य तीन पात्र हैं। इनकी जिंदगी की जटिलताएं दिखाई हैं। ईगो-क्लेश भी हैं। 
 
'हैप्पी एंडिंग' के अपने किरदार को लेकर क्या कहेंगे?
एक तरह से देखा जाए तो इसमें मेरी दोहरी भूमिका है। मैं लेखक युडी जेटली के अलावा योगी के किरदार में भी हूं। योगी कैमियो है, जो कि गाने पर परफॉर्म करता हुआ नजर आएगा, एक अलग गेटअप में। युडी जेटली लेखक है और उसके साथ जो कुछ होता है, उसे देखकर दर्शकों को भी बुरा लगेगा। 5 साल पहले उसने एक किताब लिखी थी। उसके बाद उसने कुछ लिखा नहीं। अब पैसे की उसे जरूरत है। बेचारा-सा है।
 
इंसान की जिंदगी हालात या पैसों की वजह से बदलती है, आपकी फिल्म में किस वजह से हो रहा है?
यह कॉमेडी फिल्म है। इसे हम बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं ले सकते। यह लड़का खुश है, मस्त है। इसकी समस्याएं भी फनी हैं। जैसे कि एक इंग्लिश लेखक हैं पीजी वोडकर, जो कि अमीर इंसानों के बारे में लिखा करते थे। बूस्टर और उसका नौकर जीत क्या क्या करते थे, उसकी कहानी है। गर्मी के मौसम में वे न्यूयॉर्क जाते हैं, क्योंकि लंदन में गर्मी होती है। तो कभी प्रॉब्लम आती है कि उसकी आंटी कहती हैं कि एक लड़की आ रही है, उससे मिलो। ऐसे में भी कॉमेडी हो जाती है। इस तरह की फिल्में देखते हुए जब हम सोचते हैं कि काश! हमारे साथ भी ऐसी प्रॉब्लम हो तो... कॉमेडी होती हैं जबकि इस तरह की समस्याएं, समस्या होती ही नहीं हैं।
'हैप्पी एंडिंग' में आपने जिस तरह का पात्र निभाया है, क्या उस तरह की चीजें लोगों की जिंदगी में होती रहती है?
जी हां! इस संसार में अलग-अलग तरह के लोग हैं। इस तरह की चीजें कभी हालात पर, तो कभी पैसे पर निर्भर करती हैं। हमारी फिल्म 'हैप्पी  एंडिंग' का नायक कोई आम लड़का नहीं है। इसमें कोई आम समस्याएं यानी कि बिजली या पानी के न होने की समस्या नहीं है, पर इसकी जिंदगी में जो भी समस्याएं आती हैं, उन्हें देखते हुए हम इंजॉय कर सकते हैं।
 
इस फिल्म में आपने पहली बार गोविंदा के साथ काम किया। क्या अनुभव रहे?
गोविंदा के साथ मेरे कोई इक्वेशन नहीं रहे। हम दोनों बहुत अलग तरह के इंसान हैं। उनसे डांस में मुझे कुछ सीखने को मिला। वे प्यारे कलाकार हैं। बेहतरीन डांसर हैं। हमने अपने सेट पर उनकी अच्छी देखभाल की। हमने कोशिश की कि वे कम्फर्टेबल रहें। हमने अपनी तरफ से इस फिल्म में उन्हें एक अच्छा किरदार देने की कोशिश की। हमने उन्हें एक स्टार की तरह इस फिल्म में प्रजेंट किया है, पर हमारे बीच बातचीत बहुत कम होती थी। कॉमेडी यही है कि हम दोनों काफी अलग हैं।
 
आप नहीं मानते कि लोग आपको एक्शन फिल्मों की बजाय इस तरह की कॉमेडी फिल्मों में पसंद करते हैं?
मैं हमेशा कुछ अलग करना चाहता हूं। मुझे आभास हो रहा है कि आपका इशारा फिल्म 'बुलेट राजा' की तरफ है, पर मैं कुछ अलग काम करना चाहता था। हम तिग्मांशु धुलिया के साथ काम करना चाहते थे इसलिए किया था। सिर्फ कॉमेडी ही करेंगे तो फिर बोरिंग हो जाएगा। सच कहूं तो मैं कॉमेडी या थ्रिलर फिल्में ज्यादा करना चाहता हूं। 
 
आपकी फिल्म 'गो गोवा गॉन' को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। कहां गड़बड़ी हुई?
फिल्म 'गो गोवा गॉन' का इंटरवल के बाद वाला हिस्सा लोगों को कम पसंद आया। इसी भाग में जॉम्बी था। तो यह कह सकते हैं कि भारतीय दर्शकों ने जॉम्बी के पात्र या जॉम्बी के कॉन्सेप्ट को स्वीकार नहीं किया और फिल्म को अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
 
'ओमकारा' के बाद आप विशाल भारद्वाज के साथ नजर नहीं आए?
इसका जवाब तो विशाल भारद्वाज ही बेहतर दे सकते हैं।
 
निर्देशक बनने की कोई योजना?
कोई योजना नहीं। निर्देशन में ज्यादा पैसे नहीं मिलते। कल को मैं स्टार नहीं रहा। मुझे अभिनेता के रूप में काम नहीं मिला तो भले ही निर्देशन का ख्याल मेरे मन में आ सकता है, लेकिन फिलहाल नहीं। वैसे मेरा मानना है कि निर्देशन बहुत ही ज्यादा रोचक काम है। मेहनत ज्यादा करनी पड़ती है। फिल्म की शूटिंग शुरू होने के 4-5 माह पहले से स्क्रिप्ट पर काम शुरू करना पड़ता है।
 
दूसरी फिल्में कौन सी हैं?
एक फिल्म 'फैंटम' कर रहा हूं। इसके बाद सुजॉय घोष व रीमा कागती के साथ फिल्में करने वाला हूं। फिर अपनी होम प्रोडक्शन की फिल्म राज डी के के निर्देशन में करुंगा।