सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बारें में पता चला तो मैं और मेरी पत्नी खाना नहीं खा पाए : राजेश शर्मा
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'जैसे ही मुझे इस बारे में मालूम पड़ा मैं और मेरी पत्नी खाना नहीं खा पाए' ये कहना है राजेश शर्मा का, एक अभिनेता जो सुशांत सिंह राजपूत के साथ दो फिल्मों में नजर आए पहली फिल्म थी 'शुद्ध देसी रोमांस' और दूसरी 'एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी'।
वेबदुनिया संवाददाता रूना आशीष ने जब राजेश से बात की तो उनका कहना था कि 'पहले मुझे इस पर यकीन ही नहीं हो रहा था किसी ने मुझे मैसेज किया था व्हाट्सएप पर तो मैंने देख कर इसे अनदेखा कर दिया। लेकिन साउथ के प्रोड्यूसर हैं त्याग राजन जी जब उनकी तरफ से मुझे मैसेज मिला तब जाकर इस बात पर यकीन हुआ और हम लोग, मैं और मेरी पत्नी इतनी शॉक हो गए कि हमें थोड़ी देर के लिए समझ में नहीं आया कि सब हुआ कैसे।
वो आगे बताते हैं, मुझे अभी भी यकीन नहीं हुआ है कि कैसे कोई एक इतनी कम उम्र का लड़का इस तरह का कोई कदम उठा सकता है 34 साल कोई बड़ी उम्र नहीं होती है जब वह अपने जीवन का अंत कर लिया जाए या उसे खत्म कर दिया जाए क्यों की गई है यह आत्महत्या, यह बात मेरी समझ के बिल्कुल परे है। 34 साल सच में कोई उम्र नहीं होती मुझे तो ऐसा लगता है 34 साल के बाद तो असल जिंदगी शुरू होती है।
फिल्मों में आप का एक्सपीरियंस कैसा रहा शुद्ध देसी रोमांस की कोई बात बता दें?
शुद्ध देसी रोमांस में हमने पहली बार एक साथ काम किया था तब मुझे वह लड़का ठीक ही लगा था ज्यादा सीन उनके साथ थे नहीं लेकिन जितने भी थे मुझे अच्छा लगा था वह लड़का।
फिर आपको जब दोबारा काम करने का मौका मिला तब कैसा रहा उस बारे में बताएं।
मुझे सुशांत को अच्छे से समझने का मौका एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी के दौरान लगा और उस दौरान हम लोगों ने साथ में रहे साथ में बातें की खूब गप्पे हांकी बहुत सारी बातें करते हुए बैठ जाते थे खाना साथ में खाते थे तो धीरे-धीरे समझ में आया कि वह किस तरीके का लड़का है। लेकिन उसमें बहुत सारी ऐसी खूबियां थी जो मुझे बहुत पसंद थीं।
क्या वेबदुनिया से उन खूबियों को शेयर करना चाहेंगे?
शूटिंग के पहले पहले के समय में वह बहुत ज्यादा खुलता मिलता नहीं था वह जरा सा शाय, थोड़ा सा शर्मीला स्वभाव का मुझे लगा था बहुत कम बातें करता था जरूरत ना हो तो बात नहीं करता था लेकिन एक बात है वह बहुत मेहनती था। उसमें उस समय एम एस धोनी के अलावा कोई चीज नजर नहीं आती थी उसे सिवा एक्टिंग की और कोई जुनून उसके सिर पर सवार हो तो मुझे दिखाई नहीं देता था वह अपने रोल में इस कदर घुस जाता था कि उसे आसपास की चीजों का भी कोई होश नहीं होता था और यह सब बातें ऐसी होती है जो आपको बहुत अच्छा एक्टर बनाती हैं।
राजेश अपनी बात जारी रखते हुए बोले कि धोनी द अनटोल्ड स्टोरी में मुझे ऐसा लगा कि वह एक-एक शॉट उस पर भी ध्यान दे रहा है क्रिकेट की बॉल उस पर कैसे आएगी वह कैसे उसे फेस करेगा कैसे उसे देखेगा और कैसे यह सब करते हुए बहुत सहज लगेगा उसे इस बात की भी फिक्र होती थी वह सब देखने में बहुत अच्छा लगता था बहुत ही ज्यादा मेहनती और बहुत ही ज्यादा शार्प लगा था वह लड़का।
वे कहते हैं कि अगर कोई आत्महत्या करने वाला होता है तो उसके कई समय पहले से हो ऐसे साइंस या सिग्नल देने लग जाता है जिससे अगर समझा जाए तो शख्स को आत्महत्या जैसे चीजों से दूर रखा जा सकता है कि आपको ऐसा कोई भी और साइन दिखा है उनमें जब जब आप उनके साथ थे।
मुझे ऐसा तो बिल्कुल नहीं लगा लेकिन हां मुझे वह बहुत सेंसिटिव लगा बहुत कम बोलता था तो शायद इसलिए समझना मुश्किल हो जाता है कि वह क्या सोच रहा है। बस इससे ज्यादा मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि उनके दिमाग में से कोई बात चल रही होगी। मैंने तो यहां तक सुना है कि वह सुबह 9:30 बजे उठा तो उन्होंने अनार का जूस पिया और उसके बाद थोड़ी देर बाद वह कैसे यह सब काम कर गए मेरे समझ से परे है।
क्या आपको लगता है यह फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा काला सच है या ऐसा रूप है जो कम दिखाई देता है और कम जिसके बारे में बात कही जाती हो?
अब सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री की क्यों बात कहें, ऐसा तो हर जगह हो सकता है लोग अपने कई बातों को दूसरों से सांझा नहीं करते हैं शेयर करना पसंद नहीं करते हैं अपने आप में रखते हैं। ऐसे में बहुत मुश्किल हो जाता है कि उनके दिल और दिमाग में क्या चल रहा हो वह समझा जाए या पढ़ा जाए।
अगर एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी फिल्म की बात करो तो महेंद्र सिंह धोनी को तो आप जानते ही हैं वह बहुत स्ट्रॉन्ग और बहुत मजबूत इरादों वाले शख्स हैं वह किसी से हार नहीं मानते। जब आप ऐसे किरदार को जी रहे होते हैं तो कैसे यह काम कर गए मेरे सोच से भी परे है यह काम मैं बहुत ज्यादा दुखी हुआ हूं इस खबर को जानने और समझने के बाद।