ओम पुरी के ये बयान रहे विवादास्पद
ओम पुरी अभिनय के किस स्तर पर थे इस पर फिर से रोशनी डालने की जरूरत नहीं। आक्रोश, अर्द्धसत्य और आरोहण जैसी फिल्मों से दमदार अभिनय का परिचय देने वाले ओमपुरी ने, 66 साल की उम्र में दुनिया से विदा ले ली। ओम पुरी के नाम के साथ कुछ विवाद भी जुड़े। उनके कुछ बेबाक बयान, जो सीधे उनके दिल से निकले, बहुत अधिक चर्चा में रहे और विवाद का कारण बने।
एक टीवी बहस के दौरान, ओम पुरी ने भारतीय जवानों की मौत पर टिप्पणी की, "उन्हें आर्मी में जाने के लिए किसने कहा? किसने कहा कि हथियार उठाओ?" उनके इस बयान के बाद उन पर केस भी दर्ज हुआ। ओम पुरी ने बाद में माफी मांगी और कहा कि वह शर्मिंदा हैं और उड़ी हमले में मारे गए सैनिकों के परिवारों से माफी चाहते हैं।
ओम पुरी ने रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के मंच से नेताओं के खिलाफ बयान दिया था। वह बोले, "जब आईएस और आईपीएस ऑफिसर गंवार नेताओं को सलाम करते हैं तो मुझे शर्म आती है। ये अनपढ़ हैं, इनका क्या बैकग्राउंड है? आधे से ज़्यादा सांसद गंवार हैं" इस बार भी विवाद बढ़ने पर ओम पुरी ने माफी मांग ली थी।
आमिर खान के पत्नी किरण राव के देश छोड़ने की इच्छा जाहिर करने के बयान पर ओम पुरी बोले थे, "मुझे हैरानी है कि आमिर खान और उनकी पत्नी इस तरह से सोचते हैं। यह बयान बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। आमिर का बयान गैरजिम्मेदाराना है। यह उनके समुदाय को उकसाना है कि या तो तैयार हो जाओ, लड़ो या देश छोड़कर निकल जाओ।"
ओम पुरी ने एक बयान में नक्सलियों को फाइटर कहा। मीडिया से बातचीत के दौरान ओम पुरी बोले, "ये आतंकी नहीं हैं क्योंकि उनके काम जिम्मेदारी से भरे हैं। वह अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। वे आम आदमी को परेशानी नहीं पहुंचाते।"
गायों की हत्या पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ ओम पुरी बोले, "जो देश बीफ का निर्यात कर डॉलर कमा रहा है, वहां गोहत्या पर प्रतिबंध लगने की बात पाखंड है।"
ओम पुरी पीएम मोदी पर भी बोले थे। उन्होंने कहा, "अभी हमारे पास कोई च्वाइस नहीं है, सिवाय मोदीजी की गोदी में बैठने के बाकी गोदियां हमने देख ली हैं।"