EXCLUSIVE - पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले ट्रस्ट से हो अयोध्या राममंदिर और मस्जिद का निर्माण : हबीबुद्दीन तुसी
बाबर के वंशज प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी से खास बातचीत
सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक निर्णय से सैकड़ों साल पुराने अयोध्या विवाद का अंत करते हुए विवादित जमीन पर राममंदिर और अयोध्या में प्रमुख जगह मस्जिद निर्माण के आदेश दे दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक आदेश का स्वागत अयोध्या के साथ देश भर में हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक ओर अयोध्या में भव्य मंदिर बनाने के लिए राममंदिर ट्रस्ट बनाने की कवायद तेज हो गई तो दूसरी मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन की तलाश भी शुरू हो गई है।
अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए सहनवा गांव में स्थित मुगल बादशाह बाबर के सेनापति मीरबाकी की मजार के पास की जमीन चिन्हित करने की खबरें सामने आ रही है। ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि अयोध्या में मस्जिद का निर्माण कैसे और कौन कराएगा। इसको लेकर पिछले दिन मुस्लिम धर्मगुरुओं के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की थी।
पीएम मोदी कराए मस्जिद का निर्माण – अयोध्या में बाबरी मस्जिद के टूटने के 27 साल बाद नई मस्जिद के निर्माण को लेकर अब बाबर के वंशज प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी भी आगे आ गए हैंं। वेबदुनिया से बातचीत में प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी कहते हैं कि अयोध्या में जिस तरह राममंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया जा रहा है ठीक उसी तरह मस्जिद निर्माण के लिए भी एक ट्रस्ट का गठन हो।
वह चाहते हैं कि अयोध्या में राममंदिर और मस्जिद दोनों का निर्माण पीएम मोदी की अध्यक्षता वाले ट्रस्ट के जरिए हो। इसले लिए जल्द ही वह केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिख कर गुजारिश करेंगे कि जिस तरह राममंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन हो रहा है उसकी तरह मस्जिद के निर्माण के लिए भी केंद्र सरकार एक ट्रस्ट का निर्माण करे।
राममंदिर से दूर बनें मस्जिद - वेबदुनिया से बातचीत में प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी के उस बयान को सिरे से खारिज करते हैंं जिमसें 67 एकड़ के अंदर ही 5 एकड़ जमीन मस्जिद के लिए देने की मांग की गई है। वह कहते हैं कि अगर मस्जिद का निर्माण मंदिर के करीब ही होगा तो आने वाले समय फिर कोई विवाद खड़ा हो सकता है। इसलिए वह व्यक्तिगत तौर पर चाहते हैंं कि अयोध्या में अब राममंदिर से कुछ दूरी पर ही मस्जिद का निर्माण हो।
भड़का रहे हैं औवेसी – हैदाराबाद में रहने वाले बाबर के वंशज प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी वेबदुनिया से बातचीत में हैदाराबाद से ही सांसद और AIMIM के अध्यक्ष असुदुद्दीन औवेसी के उस बयान की निंदा करते हैं जिमसें उन्होंने मस्जिद वापस चाहने की बात कही थी। वह कहते हैं कि औवेसी जैसे लोग अपने सियासी फायदे के लिए इस तरह के बयान देते है जिससे की माहौल खराब हो सके, लेकिन अब लोग औवेसी जैसे लोगों की असलियत जान चुके है।
AIMPLB पर साधा निशाना – अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर सवाल उठाने लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि वह मुसलमानों का संगठन न होकर एक एनजीओ है, जो अब अपनी दुकानदारी चलाने के लिए इस तरह की कोशिश में लगा हुआ है कैसे इस मामले को जिंदा रखा जाए।
वेबदुनिया से बातचीत में हबीबुद्दीन तुसी कहते हैं कि मस्जिद निर्माण की जिम्मेदारी अगर सुन्नी वक्फ बोर्ड और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसे संगठनों को सौंपी जाएगी तो वह एक बार फिर भावना भड़काने और मस्जिद निर्माण के नाम पर पैसा इक्ट्टा करने में भष्टाचार को बढ़ावा दे सकते है। वेबदुनिया से बातचीत में प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ वह किसी भी पुर्नविचार दायर किए जाने के खिलाफ है।