केतु मचाएगा देश और दुनिया में तबाही, 18 माह संभलकर रहना होगा
जैसे 29 मार्च को शनि ने राशि परिवर्तन किया था इसके बाद 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ और फिर 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चला। यानी शनि के राशि परिवर्तन करके के 1 माह के भीतर ही यह सभी घटनाक्रम हुए इसी प्रकार अब आशंका जताई जा रही है कि 14 मई को बृहस्पति का राशि परिवर्तन और 18 मई को राहु एवं केतु का राशि परिवर्तन देश और दुनिया में हालात को बदल देगा। इसमें केतु को ज्योतिष में डेस्टिनी ब्रेकर कहा गया है यानी जो हर कार्य में रुकावट डालकर उसका नाश ही करता है।
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केतुु (18 मई 2025):18 मई को शाम 05 बजकर 08 मिनट पर छाया ग्रह राहु शनि की राशि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इससे देश और दुनिया में रोग या महामारी का प्रकोप रहेगा। टैक्नोलॉजी बढ़ेगी और लोगों में असंतोष की भावना भी बढ़ जाएगी। मेष, वृषभ, कन्या, तुला और धनु राशि के लिए राहु का गोचर शुभ रहेगा, लेकिन बाकी राशियों को संभलकर रहना होगा। राहु और केतु एक राशि में 18 माह तक रहते हैं।
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केतु के कारण देश और दुनिया में हर कार्य में रुकावटें आ सकती हैं। लोगों के बीच वैचारिक मतभेद बढ़ेगा। कुछ देशों में गृहयुद्ध के हालात पैदा होंगे। सीमावर्ती क्षेत्र में सेनाएं आमने सामने होगी। देश और दुनिया में सड़क दुर्घटना की घटनाओं में इजाफा होगा।
राहु आपके अंदर भ्रम, लालच, अचानक बदलाव का भाव लाने का काम करता है और केतु मोक्ष, त्याग, अंदरूनी शांति लाता है। एक ओर जहां बुराई अपने चरम पर होगी वहीं दूसरी ओर धर्म के उपदेश भी चरम पर होंगे। एक ओर पश्चिमी धर्म के प्रति लोगों का विश्वास खत्म होगा तो दूसरी ओर सनातन हिंदू धर्म को लेकर दूसरे धर्मों के लोगों की जिज्ञासा बढ़ जाएगी। राहु और केतु का गोचर लोगों की सोच, फैसले और रिश्तों को गहराई से प्रभावित करेगा।