लोकसभा चुनाव में अपेक्षा के अनुरुप परिणाम न आ पाने से बैचेन भाजपा ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए 29 मई को लखनऊ में प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।
प्रदेश उपाध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि 29 मई को पार्टी मुख्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों, क्षेत्रीय अध्यक्षों, क्षेत्रीय मंत्रियों की बैठक में लोकसभा चुनावों की समीक्षा के साथ-साथ विधानसभा की 11 सीटों के संभावित उपचुनावों पर भी विचार होगा।
दीक्षित का मानना है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी का मत-प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन भाजपा विरोधी एकजुटता और साम्प्रदायिक धुवीकरण के चलते परिणाम अपेक्षानुरुप नहीं आ पाए।
उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम बसपा सरकार के खिलाफ जनादेश है और सपा के खिलाफ भी जनता के गुस्से की अभिव्यक्ति है।
भाजपा ने भी बसपा की तर्ज पर ही लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा बसपा, सपा और कांग्रेस पर फोड़ते हुए कहा कि इन तीनों ने भाजपा के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ा है और इसका सीधा प्रमाण है कि चुनाव के बाद बसपा और सपा ने केन्द्र सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है।
दीक्षित ने कहा कि भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनावों में जमकर काम किया है और पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं व अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा को लेकर गर्व है।