इस उम्र में कैल्शियम 100 मिलीग्राम प्रतिदिन लेना चाहिए, ताकि जोड़ों का दर्द, फ्रेक्चर, घुटनों का दर्द आदि से बचा जा सके। कैल्शियम की प्रचुर मात्रा, दूध, सोयाबीन, दाल, पनीर, दही आदि में उपलब्ध रहती है। एक ग्लास मलाईरहित दूध प्रतिदिन लेना चाहिए।
आयरन
आयरन की पूर्ति आहार में गुड़, गन्नो का रस, पोहा, हरी सब्जियों को सम्मिलित करके पूरी की जा सकती है। अगर व्यक्ति उपरोक्त आहार न ले पाए तो उसे मल्टी विटामिन की 1 गोली नियमित रूप से लेना चाहिए, ताकि शरीर को आवश्यक विटामिन व मिनरल की पूर्ति की जा सके।
पानी
तरल पदार्थ कम से कम 10-12 ग्लास प्रतिदिन लेना चाहिए, ताकि अपशिष्ट पदार्थ मूत्र द्वारा बाहर निकल सकें।
फाइबर
फाइबर को आहार में आवश्यक रूप से सम्मिलित करना चाहिए, क्योंकि रेशा कब्जियत को दूर करता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक है। छिलके वाली दालें, चौकर रहित आटा, सलाद आदि का आहार में समावेश करके पूर्ति की जा सकती है।
आहार संबंधी ध्यान रखने योग्य बातें
1. फास्ट फूड का कम उपयोग करें।
2. रात को भोजन हल्का होना चाहिए।
3. मिर्च-मसाला कम।
4. पानी 10-12 ग्लास प्रतिदिन लें।
5. नमक कम मात्रा में उपयोग करें।
6. सुबह-शाम घूमना, व्यायाम करना।