फोटोग्राफी खुद को व्यक्त करने का एक माध्यम है। फोटोग्राफी व्यक्ति के अंदर छुपी कला और रचनात्मकता की अभिव्यक्ति का जरिया है। अपनी भावनाओं को चित्रित करने के लिए कुछ लोग शौकिया फोटोग्राफी करते हैं और आगे चलकर अक्सर वे अपने इस शौक को ही अपना करियर बना लेते हैं।
टेक्नोलॉजी की तरक्की के साथ ही कम्युनिकेशन के माध्यम विकसित हुए। इसी के साथ ही फोटोग्राफी का भी विकास हुआ। आज हर छोटे-बड़े आयोजनों में, फैशन शो में, मीडिया क्षेत्र के अलावा अन्य जगह फोटोग्राफी का चलन बढ़ गया है। इन क्षेत्रों में डिजिटल फोटोग्राफी की मांग बढ़ी है।
प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और इंटरनेट मीडिया में फोटो की अहम भूमिका होती है। अगर फोटोग्राफर अपनी रचनात्मकता के दम पर कुछ अलग करने की क्षमता रखता है तो उसके लिए धन और प्रसिद्धी की कोई कमी नहीं। मीडिया के जरिये फोटोग्राफर की कला और उसका नाम हजारों-लाखों लोगों तक पहुंचता है। मीडिया के अलावा कई अन्य संस्थान हैं, जहां फोटोग्राफी की जरूरत होती है।
नैसर्गिक फोटोग्राफर बनने के लिए जरूरी है कि आपमें फोटोग्राफी के माहौल को पढ़ने और अपनी रचनात्मकता के जरिये किसी क्षण को कैमरे में कैद करने की कला हो। इस क्षेत्र में ट्रेनिंग बेशक आपकी कला को निखारेगी, लेकिन फोटोग्राफी के लिए कल्पनाशीलता जैसे जन्मजात गुण आवश्यक हैं। एक प्रसिद्ध फोटोग्राफर का कहना है कि फोटोग्राफर बनते नहीं पैदा होते हैं।
अगर आप के अंदर कल्पना शक्ति है तो आप एक कामयाब फोटोग्राफर बन सकते हैं। यह ऐसी फील्ड हैं जहां कॉम्पिटिशन तगड़ा है, लेकिन आपके मौलिक विचार और कल्पना शक्ति आपको भीड़ से अलग कर देगी।
योग्यता- यह पूरी तरह रचनात्मकता पर आधारित कार्य है। अगर आपमें फोटोग्राफी का जुनून है तो इसमें किसी तरह की औपचारिक डिग्री की आवश्यकता नहीं हैं, लेकिन फिर भी आपको 10+2 या समकक्ष होना जरूरी है। इसके बाद आप फोटोग्राफी के लिए अन्य डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।
इसके अलावा कम्प्यूटर पर आधारित फोटोशॉप संबंधी सॉफ्टवेयर का ज्ञान अतिरिक्त योग्यता दर्शाता है। जिसके बाद आपके लिए डिजीटल और सामान्य फोटोग्राफी में आगे बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं।