जब हम किसी बिल्डर का नाम देखते है तो हमें कटे हुए पेड़ पौधे, बंजर ज़मीन एवं उस पर बनी ऊँचीं ईमारतों के दृश्य दिखाई पड़ते है। परंतु पोवई क्षेत्र के स्थानीय बिल्डर हीरानंदानी ने काँक्रीट जंगल का निर्माण न कर पोवई के सीमित होते पर्यावरण को फिर से जागृत करने का प्रयास किया है।
पोवई के पहाड़ी क्षेत्र में 100 एकड़ से ज्यादा ज़मीन पर वनरोपण की परियोजना को लागू किया है। समान रूप से शहर का विकास हो इसलिए पार्क, वाटिका, एवं पर्यावरण के अनुकूल अत्यधिक पेड़ -पौधों को लगाया है। ऐसा कम देखा गया है कि बिल्डर अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए इमारतों से ज्यादा पर्यावरण पर निवेश करें। इस असम्भव को सम्भव कर दिखाया बिल्डर हीरानंदानी ने। उसने मोनोकल्चर को न अपना कर विभिन्न प्रकार के देशी पेड़ लगाएँ हैं।
वर्तमान स्थिति में पोवई के निवासियों के लिए यह सुअवसर है कि वे प्रदूषण रहित वातावरण का आनंद उठा सकते है। यह कदम सराहनीय है । सभी को इसे अपनाना चाहिए ताकि हमारा पर्यावरण सुंदर एवं सुरक्षित बने।