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Written By WD Feature Desk
Last Updated : सोमवार, 3 फ़रवरी 2025 (13:47 IST)

Vastu Tips: घर के वास्तु का जीवन पर प्रभाव पड़ता है या नहीं?

Vastu Tips: घर के वास्तु का जीवन पर प्रभाव पड़ता है या नहीं? - Does the Vaastu of the house affect life or not
Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो वास्तुकला और डिजाइन के सिद्धांतों पर आधारित है। यह मानता है कि हमारे आसपास की जगह, चाहे वह घर हो या कार्यालय, हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी भवन का निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए कि उसमें सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे और नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सके। आइए जानते हैं यहां...ALSO READ: Vastu tips : घर के वास्तु का क्या पड़ता है कुंडली के ग्रहों पर असर?
 
वास्तु शास्त्र का महत्व : आपको बता दें कि हमारे घर के वास्तु का प्रभाव उस घर में रहने वाले सभी लोगों के जीवन पर निश्चित ही पड़ता है। वास्तु शास्त्र का उद्देश्य हमारे जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। यह हमारे आसपास की ऊर्जा को संतुलित करने और उसे हमारे अनुकूल बनाने में मदद करता है। वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों का पालन करने से हम अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
 
वास्तु शास्त्र का प्रभाव : वास्तु शास्त्र हमारे जीवन के कई पहलुओं पर प्रभाव डालता है, जिनमें निम्न शामिल हैं:
 
• स्वास्थ्य/ सेहत: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा, कमरे का स्थान और फर्नीचर का स्थान हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, रसोईघर को अग्नि कोण में और बेडरूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
 
• सुख-समृद्धि: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में धन और समृद्धि लाने के लिए कुछ विशेष दिशाओं और स्थानों का ध्यान रखना चाहिए। उदाहरण के लिए, तिजोरी को उत्तर दिशा में रखना और घर के मुख्य द्वार को साफ और सुव्यवस्थित रखना आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा माना जाता है।
 
• रिलेशन/ रिश्ते: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के सदस्यों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए कुछ विशेष दिशाओं और रंगों का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, बेडरूम में हल्के रंगों का उपयोग करना और घर के उत्तर-पूर्व दिशा को साफ रखना रिश्तों के लिए अच्छा माना जाता है।ALSO READ: वास्तु के अनुसार कॉर्नर के फ्लैट का क्या होता है प्रभाव, जानें
 
• मानसिक शांति: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और तनाव कम होता है।
 
वास्तु शास्त्र के नियम जानें : वास्तु शास्त्र में कई नियम और सिद्धांत हैं जिनका पालन करके हम अपने घर और कार्यालय में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रख सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नियम इस प्रकार हैं:
 
• घर का मुख्य द्वार हमेशा उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
 
• रसोईघर हमेशा दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) दिशा में होना चाहिए।
 
• बेडरूम हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
 
• पूजा घर हमेशा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में होना चाहिए।ALSO READ: Vastu : घर की 32 दिशाओं को जान लेंगे तो वास्तु को ठीक करना होगा आसान
 
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