उत्तरप्रदेश चुनाव : चौथे चरण में 103 दागी उम्मीदवार
उत्तरप्रदेश में सात चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के चौथे दौर में मतदान से गुजरने वाले जिलों की विभिन्न सीटों पर खड़े कम से कम 103 प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं।उत्तरप्रदेश इलेक्शन वॉच से जुड़े राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक एमसी द्विवेदी ने शुक्रवार को बताया कि नेशनल इलेक्शन वॉच ने चौथे चरण के चुनाव में खड़े 297 उम्मीदवारों के विवरणों के विश्लेषण में 103 यानी 35 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होना पाया है। वर्ष 2007 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में 27 प्रतिशत उम्मीदवार दागी रिकॉर्ड वाले थे।उन्होंने बताया कि चौथे चरण में लखनऊ पश्चिम सीट से चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा ने अपने खिलाफ सबसे ज्यादा 17 मामले घोषित किए हैं, जिनमें सात गंभीरधाराएं भी शामिल हैं। उनके बाद चित्रकूट से सपा के उम्मीदवार वीरसिंह और कुंडा से निर्दलीय उम्मीदवार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ क्रमश: नौ तथा आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं।आपराधिक रिकार्ड वाले उम्मीदवारों को सभी मुख्य पार्टियों ने टिकट दिए हैं। सपा ने 54 में से 29 दागी लोगों को टिकट दिया है। कांग्रेस ने 56 में से 25, बसपा ने 56 में से 18, भाजपा ने 56 में से 11, पीस पार्टी ने 22 में से सात, जनता दल यूनाइटेड ने 28 में से पांच, अपना दल ने 17 में से पांच, बुंदेलखंड कांग्रेस ने छह में से एक तथा कौमी एकता दल ने एक दागी व्यक्ति को टिकट दिया है।उन्होंने बताया कि जिन 297 प्रत्याशियों के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया गया, उनमें से 139 यानी करीब 47 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं। वर्ष 2007 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कम से कम 22 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति थे।चौथे चरण में मानिकपुर से सपा के उम्मीदवार श्यामाचरण गुप्ता 40 करोड़ 45 लाख रुपए की सम्पत्ति के साथ फेहरिस्त में सबसे ऊपर हैं। उसके बाद कुंडा से बसपा के प्रत्याशी शिवप्रकाश मिश्रा की सम्पत्ति 30 करोड़ पांच लाख रुपए है। इतने ही मूल्य की जायदाद विश्वनाथगंज से बसपा उम्मीदवार सिंधुजा मिश्र सेनानी के पास भी है।प्रति प्रत्याशी औसत सम्पत्ति के मामले में बसपा सबसे आगे है। उसके उम्मीदवारों की औसत जायदाद तीन करोड़ 17 लाख रुपए है। सपा प्रत्याशियों की औसत सम्पत्ति तीन करोड़ सात लाख रुपए, कांग्रेस की दो करोड़ 31 लाख रुपए, भाजपा तथा पीस पार्टी की डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए तथा बुंदेलखंड कांग्रेस की एक करोड़ 49 लाख रुपए है। (भाषा)